ईरान ने शनिवार को अमेरिका को चेतावनी दी कि इस्लामी गणतंत्र के खिलाफ किसी भी कार्रवाई से क्षेत्र में अमेरिकी हितों को बड़ा नुकसान पहुंचेगा और उसे इसके लिए गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। दक्षिण-पश्चिम एशिया में सशस्त्र बल के जनरल स्टाफ के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबुलफज़ल शेकरची ने कहा, “ईरान की ओर एक भी गोली चली तो अमेरिका और उसके सहयोगियों के हितों में आग लग जाएगी।”
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी ड्रोन के मार गिराये जाने के बाद इसका जवाब देने के लिए अमेरिकी सेना ईरान के तीन ठिकानों को अपना निशाना बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार थी लेकिन हमले के 10 मिनट पहले उन्होंने इसे रोक दिया।
ट्रंप ने कहा, “हम कल रात ईरान के तीन अलग-अलग ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार थे, जब मैंने पूछा कि इसमें कितने लोग मारे जाएंगे तो एक जनरल ने जवाब दिया, 150 लोग, सर। हमले के 10 मिनट पहले मैंने इसे रोक दिया।”
डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा कि उन्हें हमले का जवाब देने की कोई जल्दी नहीं है और उनकी सेना पूरी तरह से तैयार है। अमेरिकी सीनेटर एड मार्के ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस को इस कार्रवाई पर कानूनी तर्क के साथ जवाब चाहिए।
मार्के ने कहा, “हमलों को रोकना सही था लेकिन ईरान के साथ इस स्थिति में इसलिए है क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप और कैबिनेट के पास अमेरिकी हितों के लिए वास्तविक खतरा बने ईरान से निपटने के लिए कोई रणनीति नहीं है।”