विश्व में कोरोना महामारी के नए स्वरुप ने काफी दहशत का माहौल बना दिया है। इसको लेकर सभी देश तमाम तरह की सावधानियां बरत रहे है। तो वही, दूसरी तरफ, जापान ने सोमवार को घोषणा की कि वह कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खतरे के मद्देनजर दुनियाभर से आने वाले सभी विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाएगा। इसी के साथ जापान उन देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने ओमीक्रोन के संक्रमण के मामलों की दुनियाभर में पुष्टि के मद्देनजर यात्रा संबंधी प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं।
जापान अपनी सीमा पर लोगों के आवागमन पर नियंत्रण को बहाल करेगा
देश के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने कहा कि यह घोषणा मंगलवार से प्रभावी होगी। इस घोषणा का अर्थ है कि जापान अपनी सीमा पर लोगों के आवागमन पर नियंत्रण को बहाल करेगा, जिसमें कम अवधि के लिए आने वाले कारोबारी यात्रियों, विदेशी छात्रों और कर्मियों के लिए इस महीने की शुरुआत में ढील दी गई थी।
जापान में ओमीक्रोन से संक्रमण का अभी कोई मामला सामने नहीं आया है। ओमीक्रोन को लेकर वैश्विक चिंताओं के बीच वैज्ञानिकों ने कहा है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कोरोना वायरस का यह स्वरूप अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक खतरनाक है या नहीं।
हम जापान में सबसे खराब स्थिति से बचने के लिए एहतियातन आपातकालीन कदम उठा रहे हैं
फुमिओ किशिदा ने आगे कहा, ‘‘हम जापान में सबसे खराब स्थिति से बचने के लिए एहतियातन आपातकालीन कदम उठा रहे हैं।’’ उन्होंने लोगों से मास्क पहनने और कोविड-19 से बचने के लिए आवश्यक अन्य कदमों का पालन करने का आग्रह किया। किशिदा ओमीक्रोन के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं मिलने तक, उसके खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने वाले अकेले नेता नहीं हैं। कोविड-19 के नए स्वरूप के खतरे के मद्देनजर कई देशों ने सीमा पर प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं।
इन देशों ने भी उठाया सख्त कदम
इजराइल ने विदेशी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया है। वहीं मोरक्को ने कहा है कि वह सोमवार से अगले दो सप्ताह तक आनेवाली सभी उड़ानों को निलंबित करेगा। हांगकांग से यूरोप और उत्तरी अमेरिका तक कई जगहों के वैज्ञानिकों ने इस स्वरूप की मौजूदगी की पहचान की है।
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डब्ल्यूएचओ ने सीमाएं बंद नहीं करने का सुझाव दिया है
नीदरलैंड में रविवार को ओमीक्रोन के 13 मामले सामने आए। इसके बाद कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से दो-दो मामले सामने आए। कई देशों में नए स्वरूप के मामले सामने आने और सीमा बंद करने जैसे कदम के सीमित प्रभाव के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सीमाएं बंद नहीं करने का सुझाव दिया है। अमेरिका में राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक डॉक्टर फ्रांसिस कॉलिन्स ने इस बात पर जोर दिया है कि अभी ऐसी जानकारियां उपलब्ध नहीं हैं कि ओमीक्रोन कोविड-19 के पहले के स्वरूपों से ज्यादा खतरनाक है।
क्या यह वायरस के डेल्टा स्वरूप जितना खरतनाक है
कॉलिन्स ने बताया कि वह दक्षिण अफ्रीका के विभिन्न जिलों में तेजी से फैले इस स्वरूप के मामलों के मद्देनजर यह तो सोचते हैं कि यह ज्यादा संक्रामक है लेकिन अभी यह पता नहीं है कि क्या यह वायरस के डेल्टा स्वरूप जितना खरतनाक है। अमेरिका की योजना सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और सात अन्य दक्षिण अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की है। अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची ने ‘एबीसी’ के ‘दिस वीक’ को बताया कि इससे तैयारियां बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि वह ‘अफ्रीकी देशों के साथ खड़ा’ है
दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने यात्रा प्रतिबंधों पर आपत्ति जताई है। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि वह ‘अफ्रीकी देशों के साथ खड़ा’ है। शीर्ष स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यात्रा प्रतिबंध भले ही कोविड-19 के प्रसार को आंशिक तौर पर धीमा करने में भूमिका निभाते हों लेकिन इससे लोगों और उनकी आजीविका पर बड़ा असर पड़ता है। स्कॉटलैंड में ओमीक्रोन के छह मामले सामने आये हैं जिससे ब्रिटेन में इसके कुल मामले बढ़कर अब नौ हो गए हैं। इससे पहले ब्रिटेन में ओमीक्रोन के तीन मामले सामने आये थे।
सिंगापुर ने कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खतरे के मद्देनजर एहतियातन कदम उठाते हुए टीकाकरण करा चुके कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूईए) के यात्रियों को पृथक-वास से दी जाने वाली छूट (वीटीएल) को फिलहाल स्थगित कर दिया है।