कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उद्देश्य से जापानी नागरिकों के ई-वीजा रद्द किए जाने के भारत के फैसले पर जापान ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
राजनयिक सूत्रों ने बताया कि जापान ने भारत को आपत्तिपत्र जारी कर अपने नागरिकों के ई-वीजा रद्द किए जाने के फैसले की समीक्षा करने की मांग की है।
गौरतलब है कि भारत ने जापान के साथ-साथ दक्षिण कोरिया, ईरान और इटली के नागरिकों के ई-वीजा भी रद्द कर दिए हैं।
जापान को आपत्ति इस बात पर है कि दोनों देशों के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की उपेक्षा करते हुए भारत ने अन्य देशों के साथ-साथ जापानी नागरिकों पर भी रोक लगा दी।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि भारत द्वारा विभिन्न देशों के नागरिकों के ई-वीजा रद्द करने के फैसले का एकमात्र उद्देश्य देश में कोरोना वायरस के संभावित खतरे को रोकना है और भारत फैसले की समीक्षा शायद ही करे।
उल्लेखनीय है कि भारत ने तीन मार्च से पहले इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के नागरिकों को जारी नियमित वीजा और ई-वीजा स्थगित कर दिए थे ताकि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
भारत में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमण के 31 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि करीब 29,000 लोगों को एहतियातन निगरानी में रखा गया है।