कंसास की एक संघीय अदालत ने भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की नस्ली हमले में गोली मारकर हत्या करने वाले पूर्व अमेरिकी नौसेनिक को उम्र कैद की सजा सुनायी है।
‘केएसएचबी’ की एक रिपोर्ट के अनुसार कंसास के संघीय न्यायाधीश ने एडम प्यूरिंटन (78) को यह सजा सुनायी जो मार्च में हुए याचिका अनुबंध के तहत जेल में हैं। 100 साल के होने तक प्यूरिंटन पैरोल के लिए अनुरोध दायर नहीं कर सकते। इस साल, मार्च में 52 वर्षीय एडम प्यूरिंटन को कुचिभोटला की हत्या का दोषी ठहराया गया था।
प्यूरिंटन पर कुचिभोटला की हत्या और उसके दोस्त आलोक मदसानी की हत्या करने की कोशिश का आरोप था। पिछले साल 22 फरवरी को ओलाथे शहर के ‘ऑस्टिन्स बार एंड ग्रिल’ में प्यूरिंटन ने ‘‘मेरे देश से निकल जाओ’’ चिल्लाते हुए यह हमला किया था।
कंसास की एक संघीय अदालत ने कल प्यूरिंटन को कुचिभोटला की हत्या के मामले में उम्र कैद और उसके दोस्त मदसानी की हत्या की कोशिश के मामले में 165 माह की सजा सुनायी। कुचिभोटला की पत्नी सुनयना दुमाला ने अदालत के फैसले का स्वागत किया।
सुनयना ने कहा, ‘‘मेरे पति की हत्या के मामले में आज का यह फैसला मेरे श्रीनू को वापस नहीं लाएगा लेकिन इससे एक कड़ा संदेश जाएगा कि ऐसे नस्लीय हमलों को स्वीकार नहीं किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस व्यक्ति को कानून के दायरे में लाने के लिये जिला अटॉर्नी कार्यालय और ओलाथे पुलिस का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।’’ कुचिभोटला हैदराबाद के रहने वाले हैं। उन्होंने एल पासो में टेक्सास विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रीक एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल की थी। स्नातक की पढ़ाई उन्होंने हैदराबाद की जवाहर लाल नेहरू टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय से की थी।
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