लंदन : पिछले साल अगस्त में सोशल मीडिया पर एक वयक्ति ने हिंसक संदेश पोस्ट किया था जिसमे वह फर्जी मशीनगन लिये हुए अपने फोटो के साथ मुसलमानों के बारे में हिंसक संदेश दे रहा था जिसके बाद ब्रिटेन की एक अदालत ने उसे नफरत आधारित अपराध का दोषी ठहराया है।
सन्देश पोस्ट करने वाले व्यक्ति का नाम जे डेवीसन है उसने यह पोस्ट इंस्टाग्राम पर किया था उस पर उसके 394 फोलोवर्स थे। उसने उसका स्क्रीनशॉट एक व्हाट्सग्रुप में भी डाल दिया था। उस ग्रुप का एक सदस्य इस बात पर चिंता में पड़ गया और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी।
ब्रिटेन की क्राउन प्रोस्क्यूशन सर्विस के स्पेशल क्राइम एंड काउंटर टेरेरिज्म डिवीजन की प्रमुख जेनी हॉपकिंसने कहा, ‘‘ यह लोगों के लिए चेतावनी है कि ऑनलाइन पोस्ट करने का ऑफलाइन दुष्परिणाम हो सकता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जे डिवीजन ने जो सामग्री पोस्ट की थी, वह धमकीभरा, गालियों वाला और अपमानजनक है। उसका मंसूबा बस धार्मिक एवं नस्लीय नफरत फैलाना था।
अपने बचाव में उसका यह कहना कि उसे अपने किये पर अफसोस है और वह नशे में था, को जूरी ने खारिज कर दिया।’’ पिछले साल इस पोस्ट के कुछ दिन बाद 38 वर्षीय इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने कहा कि एक शाम नशे में उसने ऐसा किया और उसके विचार नस्ली कतई नहीं हैं और न ही उसकी मंशा नस्लीय नफरत फैलाना था।