संकटों में फंसे शराब कारोबारी विजय माल्या ने फिर से कहा है कि वि सरकारी बैंकों का पूरा कर्ज वापस करने को तैयार हैं। फिलहाल 63 वर्षीय माल्या को भारतीय अदालत से भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है और उनपर भारतीय बैंकों के साथ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में कार्रवाई के लिए भारतीय एजेंसियों के हवाले करोने के लिए ब्रिटेन में प्रत्यर्पण कार्रवाई चल रही है।
माल्या ने अपने हालिया पेशकश के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोकसभा में दिए बयान का हवाला दिया है।
माल्या ने ट्वीट में वित्त मंत्री के संसद में दिए बयान के हवाले से लिखा , ‘ इस देश (भारत) में कारोबार की विफलता को अभिशाप नहीं माना जाना चाहिए और न ही उसे गिरा हुआ समझा जाना चाहिए । इससे उलट हमें आईबीसी कानून की मूल भावना के अनुरूप कर्ज की समस्या से निकलने के लिए कोई सम्मानजनक रास्ता या समाधान उपलब्ध कराना चाहिए।’’
माल्या ने कहा ‘‘ यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान है। इसी भाव ना के साथ 100 प्रतिशत समाधान की मेरी पेशकश को भी स्वीकार किया जाए। ‘
इससे पहले माल्या ने कैफे कॉफी डे के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ की मौत पर बैंकों और सरकारी एजेंसियों को निशाना बनाया था और उन्हें क्रूर और निर्दयी करार दिया था।