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तालिबान सरकार में उप-प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर गोलीबारी में मारा गया? जानिए क्या है सच्चाई

तालिबान का सह-संस्थापक और अब अफगानिस्तान के उप-प्रधानमंत्री ने सोमवार को एक ऑडियो बयान जारी कर कहा कि सोशल मीडिया पर उसके निधन की खबर झूठी है। वह जिंदा है और ठीक है।

अफगानिस्तान में तालिबान के द्वारा बनाई गई नई सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसी खबरें मीडिया में काफी चल रही है, इसी में एक और बड़ी खबर आई कि तालिबान का सह-संस्थापक और अब अफगानिस्तान के उप-प्रधानमंत्री ने सोमवार को एक ऑडियो बयान जारी कर कहा कि सोशल मीडिया पर उसके निधन की खबर झूठी है। वह जिंदा है और ठीक है। 
उधर, अब्दुल गनी बरादर, जिसे अफगानिस्तान की नई तालिबान सरकार में पिछले हफ्ते नंबर दो का ओहदा दिया गया था, ने तालिबान द्वारा पोस्ट किए गए एक ऑडियो संदेश में मौत की अफवाहों के लिए “फर्जी प्रचार” को जिम्मेदार ठहराया है। आपको बता दें कि बरादर की मौत की खाबरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति महल में प्रतिद्वंद्वी तालिबान गुटों के साथ हुई गोलीबारी में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। 

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वहीं, बरादर ने क्लिप में कहा, “मीडिया में मेरी मौत की खबर थी। पिछली कुछ रातों से मैं यात्रा कर रहा हूं। मैं इस समय जहां भी हूं, मेरे सभी भाई और दोस्त ठीक हैं।” उसने आगे कहा, “मीडिया हमेशा नकली प्रचार प्रकाशित करता है। इसलिए, उन सभी झूठों को बहादुरी से खारिज करें। मैं आपको 100 प्रतिशत पुष्टि करता हूं कि कोई समस्या नहीं है।” तो वहीं, दूसरी ओर, कतर कार्यालय के तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने भी तालिबान के सह-संस्थापक की मौत की खबरों का खंडन करते हुए ट्वीट किया है। 
आपको बता दें कि ऑडियो संदेश को प्रमाणित करना संभव नहीं था, लेकिन इसे तालिबान की आधिकारिक साइटों पर पोस्ट किया गया है। इनमें नई सरकार के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता भी शामिल हैं।तालिबान के सर्वोच्च नेता, हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा की भी कई वर्षों तक मृत्यु होने की अफवाह थी, जब समूह के प्रवक्ता ने कहा कि वह सत्ता संभालने के दो सप्ताह बाद “कंधार में मौजूद” थे।

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