यूक्रेन पर हमले के बाद रूस लगातार अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना कर रहा है। ऐसे में दुनिया एक बार फिर विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी है। दोनों देशो के बीच जारी जंग के माहौल में अब नाटो भी आधिकारिक तौर पर एक पक्ष बन गया है। नाटो संगठन का कहना है कि इसकी ओर से यूक्रेन को एयर-डिफेंस मिसाइल और ऐंटी-टैंक हथियार दिए जाएंगे। नाटो के चीफ जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने एक ट्वीट कर यह जामकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन के राष्ट्रपति से इस बारे में बात की है। हम जल्दी ही यूक्रेन को एयर डिफेंस मिसाइल और ऐंटी-टैंक हथियार मुहैया कराएंगे।
नाटो की रूस को कड़ी चेतावनी
I just spoke with President @ZelenskyyUa & commended him for the bravery of the people & armed forces of #Ukraine. #NATO Allies are stepping up support with air-defence missiles, anti-tank weapons, as well as humanitarian & financial aid.
— Jens Stoltenberg (@jensstoltenberg) February 28, 2022
नाटो चीफ ने इस बीच अन्य देशों के नेताओं से भी बात की है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में बताया कि उनकी लिथुआनिया के राष्ट्रपति से बात हुई है, जिसमें रूस के हमले के बाद पैदा हुई स्थिति के बारे में बात की गई है। उन्होंने कहा कि नाटो ने बाल्टिक देशों में अपनी ताकत को बढ़ाने का फैसला लिया है।
उन्होंने रूस को कड़ी चुनौती देते हुए कहा कि हम अपने सहयोगियों और उनकी एक-एक इंच जमीन की रक्षा करेंगे। इस बीच नाटो देशों की एकता और यूक्रेन को मदद के ऐलान के बीच रूस ने न्यूक्लियर ड्रिल शुरू कर दी है। रूसी मीडिया के हवाले से खबर है कि व्लादिमीर पुतिन ने एटमिक हथियारों को अलर्ट पर रख दिया है।
संयुक्त राष्ट्र ने दी बड़ी जानकारी
इस बीच यूक्रेन से अब तक 5 लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं। एएफपी ने यूएन के हवाले से बताया है कि पिछले सप्ताह रूस के आक्रमण के बाद से 5 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से भाग गए हैं। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों के उच्चायोग (यूएनएचसीआर) प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि 281,000 लोग पोलैंड में, हंगरी में 84,500, मोल्दोवा में लगभग 36,400, रोमानिया में 32,500 से अधिक और स्लोवाकिया में लगभग 30,000 लोग प्रवेश कर रहे हैं।