पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख जनरल फैज हमीद औचक यात्रा पर शनिवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचे। पाकिस्तान के दो अधिकारियों ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर यह जानकारी दी। हालांकि, अब तक स्पष्ट नहीं है कि जनरल फैज हमीद ने शनिवार को तालिबान नेतृत्व से क्या बातचीत की, लेकिन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का तालिबान पर काफी प्रभाव माना जाता है।
तालिबानी नेतृत्व का मुख्यालय पाकिस्तान में था और अक्सर कहा जाता है कि उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ‘इंटर सर्विसज इंटेलीजेंस एजेंसी’ (आईएसआई) से सीधे संबंध है। यह अलग बात है कि पाकिस्तान नियमित तौर पर तालिबान को सैन्य सहायता देने से इनकार करता रहा है, लेकिन अफगान सरकार और वाशिंगटन आरोप लगाते रहे हैं कि तालिबान को पाकिस्तान की मदद मिल रही है।
बता दें कि अफगानिस्तान के हालिया हालात ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। तालिबान को अफगानिस्तान में अपनी नई सरकार का आज ऐलान करना था, लेकिन इसको फिर से टाल दिया है। अब कहा जा रहा है कि 2-3 दिन के अंदर तालिबान अफगानिस्तान में सरकार बना लेगा। अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन शुक्रवार को ही होना था लेकिन इसको आज के लिए टाल दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि कतर की राजधानी दोहा में स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के अध्यक्ष मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान की सरकार के प्रमुख हो सकते हैं।
तालिबान के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि समूह, काबुल में ईरानी नेतृत्व की तर्ज पर सरकार गठन का ऐलान करने के लिए तैयार है जिसमें समूह के शीर्ष धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुनजादा अफगानिस्तान में सर्वोच्च प्राधिकारी होंगे। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को दो सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है।