पाकिस्तान की सेना ने सैन्य नेतृत्व के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाने और खुलेआम झूठ बोलने’ वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद हुई आलोचनाओं के बीच पाकिस्तानी सेना की तरफ से यह कड़ा बयान आया है।
दरअसल, एक वरिष्ठ पत्रकार ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि सेना ने खान को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटाने में भूमिका निभाई थी। पाकिस्तानी-अमेरिकी पत्रकार शाहीन सहबाई ने ट्वीट कर दावा किया कि था कि सेना ने पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन को खान को ”धोखा” देने और उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने को लेकर तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष शहबाज शरीफ की मदद करने के लिये कहा था।
सेना ने दी चेतावनी, दुर्भावना पूर्ण आरोप लगाना व बोलना निंदनीय
सेना के जन संपर्क विभाग की ओर से बुधवार को जारी एक बयान के मुताबिक, ”सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन के हवाले से लगाए गए आरोप निराधार हैं।” पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ने बताया कि तारिन ने खुद इस आरोप का खंडन किया है। सेना ने चेतावनी दी, ”सेना और उसके नेतृत्व के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाना और झूठ बोलना निंदनीय है और सेना इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार रखती है।”