पाकिस्तान इन दिनों काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है।जहां एक तरफ आर्थिक संकट से परेशान है तो वहीं दूसरी तरफ महंगाई आसमान छू रही है। आटे के लिए लोगों को लंबी-लंबी लाइने लगानी पड़ रही है। बता दें इस वजह से अब जनता का गुस्सा काफी ज्यादा बढ़ गया है। पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कराची में व्यापारियों ने धरना शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि शहबाज शरीफ सरकार की कमजोर आर्थिक नीतियों के खिलाफ व्यापारियों की ऑल सिटी ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बोल्टन मार्केट पर धरना शुरू किया। इसी बीच एक व्यापारी ने कहा कि हमारी दुकानों में बेचे जाने वाले माल की कमी हो रही है। जब इम्पोर्ट बंद हो जाएगा और इंडस्ट्री का माल नहीं आएगा तो पोर्ट सिटी बंद हो जाएगी। बता दें कराची पाकिस्तान का प्रमुख बंदरगाह है, जिसके रास्ते से व्यापार होता है। व्यापारियों का कहना है कि इसी तरह चलता रहा तो दुकानें बंद हो जाएंगी। मार्केट वीरान हो जाएगी तो उनका घर चलाना मुश्किल हो जाएगा।
इसी के साथ ही आईएमएफ ने पाकिस्तान को समझौतों की एक लिस्ट थमा दी है, जिसके तहत देश में 170 अरब रुपये के नए कर लगाए जाएंगे। इसके लिए जल्द ही मिनी बजट पेश किया जाएगा। पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को नए टैक्स लगाए जाने के बारे में जानकारी दी। इशाक डार ने इमरान खान पर देश को आर्थिक विनाश में धकेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन चीजों को ठीक करना जरूरी है। ये सुधार दर्दनाक हैं, लेकिन जरूरी हैं।