पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता इमरान खान के खिलाफ नया दांव खेलना शुरू कर दिया है। इमरान खान ने ट्वीट किया, शहबाज शरीफ के लिए सवाल : क्या आप पीटीआई से डर गए है? आप मीडिया की खिंचाई, पत्रकारों के खिलाफ धमकी और हिंसा और फर्जी मामलों के लिए खुद को जिम्मेदार मानते है? मुझे टीवी और यूट्यूब से ब्लैकआउट करने की कोशिश कर रहे हैं?
इमरान खान के खिलाफ 'माइनस-वन फॉर्मूले' का इस्तेमाल
एक अन्य ट्वीट में कहा गया: कल हमारा गुजरांवाला जलसा हकीकी आजादी आंदोलन वर्तमान चरण का अंतिम होगा। मैं अगले महत्वपूर्ण चरण की घोषणा जलसा में करूंगा। आयातित सरकार और उसके संचालक इतने डरे हुए हैं कि वे 'माइनस-वन फॉमूर्ले' की ओर बढ़ रहे हैं। पीटीआई की ओर से ऐसा दावा किया गया है कि इमरान खान को भविष्य के किसी भी चुनाव से अयोग्य ठहराने के लिए फॉर्मूले के इस्तेमाल करने की कोशिश की जा रही है।
नवाज शरीफ भी हुए थे फॉर्मूले के शिकार
इमरान खान की पीटीआई ने माइनस-वन फॉमूर्ला के खिलाफ जमीनी विरोध शुरू किया है, जो पाकिस्तान की राजनीति में इस्तेमाल किया जाने वाला एक लोकप्रिय शब्द है। इस शब्द को अगर संक्षेप में कहा जाए तो यह एक राजनीतिक दल को उसके अपने ही नेता के विरुद्ध करने की कोशिश है। पाकिस्तान में आमतौर पर इसका इस्तेमाल सेना की ओर से किया जाता है। अतीत में, लियाकत अली खान, फातिमा जिन्ना, जुल्फिकार अली भुट्टो, नवाज शरीफ आदि लोकप्रिय राजनेता इस फॉर्मूले का शिकार हुए हैं।
पाकिस्तान में कई ऐसे असैन्य नेता जब वे ज्यादा बड़े हो गए तो उन्हें संदिग्ध तरीकों से दरकिनार कर दिया गया। कई प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों के साथ ही ढेरों अन्य नेताओं के बारे में माना गया कि उन्होंने रेड लाइन को क्रॉस किया और ऐसा करने की कोशिश करने पर उन्होंने भी खुद को 'माइनस-वन' का शिकार होना बताया।