पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रांतीय विधानसभाएं भंग करने और नए सिरे से आम चुनाव कराने की घोषणा के लिए शहबाज शरीफ सरकार को गुरुवार को छह दिन का वक्त दिया, साथ ही कहा कि अगर सरकार ऐसा करने में विफल रहती है तो, वह ‘संपूर्ण देश’ के साथ राजधानी लौटेंगे।
प्रदर्शन को रोकने की कोशिश के लिए सरकार पर हमलावर इमरान
यहां जिन्ना एवेन्यू में ‘आजादी मार्च’ में हजारों प्रदर्शनकारियों की एक रैली को संबोधित करते हुए खान अपनी पार्टी के प्रदर्शन को रोकने के लिए छापे और गिरफ्तारी जैसी ‘रणनीतियों’ का इस्तेमाल करने के लिए सरकार पर हमलावर रहे। हालांकि, उन्होंने मामले पर संज्ञान लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त किया। जिओ न्यूज ने अपनी खबर में खान को यह कहते उद्धत किया, ‘‘आयातित सरकार के लिए मेरा संदेश विधान सभाओं को भंग करना और चुनावों की घोषणा करना है, अन्यथा, मैं छह दिनों के बाद फिर से इस्लामाबाद आऊंगा।’’
लोकतंत्र में कहां शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति नहीं है?
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों पर बड़ी जिम्मेदारी है। खान ने प्रश्न किया कि लोकतंत्र में कहां शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति नहीं है और प्रदर्शनकारियों को आंसू गैस के गोले, पुलिस छापे और गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तय किया था कि जब तक सरकार विधानसभाओं को भंग नहीं कर देती और चुनाव की घोषणा नहीं कर देती तब तक मैं यहां बैठूंगा, लेकिन पिछले चौबीस घंटों में मैंने जो देखा है, वह (सरकार) देश को अराजकता की ओर ले जा रहे हैं। सरकार देश और पुलिस के बीच खाई पैदा करने की भी कोशिश कर रही है।'' उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पांच प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन के बाद हुई झड़पों में मारे गए।