इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके बेटे पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज के खिलाफ पीकेआर के 16 अरब मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रमुख व्यक्ति की रहस्यमय मौत की जांच की मांग की है।
FIA ने इस मामलें पर स्वतंत्र जांच की मांग की
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीटीआई ने शरीफ परिवार के पूर्व कर्मचारी मलिक मकसूद अहमद की मौत और एफआईए जांचकर्ता डॉ मुहम्मद रिजवान की मौत के असली कारण का पता लगाने के लिए स्वतंत्र जांच की मांग की है। 47 वर्षीय रिजवान एफआईए लाहौर के निदेशक थे, जिनकी कथित तौर पर पिछले महीने दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी। वह पीएमएलएन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के गठन से ठीक पहले लंबी छुट्टी पर चले गए थे और बाद में उन्हें उनके कार्यालय से अन्य जगह ट्रांसफर कर दिया गया था।
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने कहा...
जानकारी के मुताबिक 49 वर्षीय मकसूद अहमद 'चपरासी' के रूप में लोकप्रिय था। वह धन शोधन मामले में सह-आरोपी और घोषित अपराधी था। वह कथित तौर पर इमरान खान की पार्टी के सत्ता में आने से ठीक पहले 2018 में संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हो गया था। एफआईए के विशेष अभियोजक फारूक बाजवा के अनुसार, मकसूद की मौत से मनी लॉन्ड्रिंग मामले पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि वह गवाह नहीं बल्कि संदिग्ध था। इस बीच, पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने गुरुवार को पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण पर टिप्पणी करते हुए रिजवान और मकसूद की मौतों की जांच की मांग की।