पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बृहस्पतिवार को अपनी पहली तीन दिवसीय विदेश यात्रा पर सऊदी अरब के लिए रवाना हुए। इस यात्रा के दौरान वह शीर्ष सऊदी नेतृत्व से विस्तृत मुद्दों पर चर्चा करेंगे और उनका ध्यान खासतौर पर आर्थिक, व्यापारिक और निवेश संबंध बढ़ाने पर केंद्रित होगा।
उल्लेखनीय है कि अविश्वास प्रस्ताव में पराजय के बाद इमरान खान ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और 11 अप्रैल को शहबाज शरीफ (70) ने पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।सऊदी अरब के वली अहद (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के न्योते पर शरीफ सऊदी अरब की यात्रा पर गए हैं और उनके साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ-साथ उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल गया है।
शरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘ आज मैं हमारे भाईचारे और दोस्ती के रिश्ते के नवीनीकरण और पुन:पुष्टि के लिए सऊदी अरब जा रहा हूं। मैं सऊदी नेतृत्व से विस्तृत मुद्दों पर चर्चा करूंगा। सऊदी अरब हमारा महान दोस्त है और दो पवित्र स्थानों (मक्का और मदीना) का संरक्षक होने के नाते हमारे दिलों में उसके लिए विशेष स्थान है।’’शरीफ के सऊदी अरब रवाना होने से कुछ समय पहले वीडियो संदेश जारी किया गया जिसमें उन्होंने खड़ी देश की पहली यात्रा पर खुशी जताई और इसके लिए सऊदी अरब के वली अहद को धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा, ‘‘ यह पाकिस्तान के सऊदी अरब के साथ विशेष संबंध के महत्व को प्रतिबिंबित करता है जो ऐतिहासिक प्रकृति का और रणनीतिक रूप से अहम है।’’उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब में 20 लाख से अधिक पाकिस्तानी निवास करते हैं।
Today I am embarking on a visit to Saudi Arabia to renew & reaffirm our bonds of brotherhood & friendship. I will have wide-ranging discussions with Saudi leadership. KSA is one of our greatest friends & as Custodian of the Two Holy Places, has a special place in all our hearts.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) April 28, 2022
प्रधानमंत्री के प्रतिनिधिमंडल में गए मंत्रियों में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी, वित्तमंत्री मिफ्ताह इस्माइल, मादक पदार्थ नियंत्रण मंत्री शाहजैन बुगती, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब, विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ, संघीय मंत्री चौधरी सालिक हुसैन, नेशनल असेंबली (संसद के निम्न सदन) के सदस्य मोहसिन दवार और खालिद मकबूल सिद्दीकी शामिल हैं।
पाकिस्तान के विदेश विभाग ने बुधवार को कहा था कि प्रधानमंत्री शरीफ अपनी यात्रा के दौरान सऊदी नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और खासतौर पर आर्थिक, व्यापारिक और निवेश संबंध बढ़ाने और सऊदी अरब में पाकिस्तानी कामगारों के लिए और अवसर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
विदेश विभाग ने कहा, ‘‘ यह इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। प्रधानमंत्री के साथ मंत्रिमंडल के अहम सदस्यों सहित उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जाएगा।’’वहीं सूत्रों ने बताया, ‘‘हम शरीफ की यात्रा के दौरान सऊदी अरब से हमारे केंद्रीय बैंक में जमा राशि तीन अरब डॉलर से बढ़ाकर पांच करने और सऊदी तेल सुविधा को 1.2 अरब डॉलर से 2.4 अरब डॉलर करने का अनुरोध करने जा रहे हैं ताकि कुल पैकेज बढ़कर 7.4 अरब डॉलर हो जाए।’’अखबार ने वित्त प्रभाग के शीर्ष अधिकारियों को यह कहते हुए उद्धृत किया, ‘‘हम विलंब भुगतान सुविधा का अनुरोध कर रहे हैं ताकि इस कर्ज से विदेशी मुद्रा भंडार को समर्थन मिले।’’सऊदी अरब में तय आधिकारिक कार्यक्रम से इतर शरीफ ‘उमराह’ करने मक्का भी जाएंगे।गौरतलब है कि वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा तख्ता पलट पर नवाज शरीफ सरकार को पदच्युत करने के बाद शरीफ ने अपने परिवार के साथ सऊदी अरब में आठ साल तक निर्वासित जीवन बिताया था और वर्ष 2007 में पाकिस्तान वापस लौटे थे।