सोशल मीडिया पर आये दिन नयी नयी ख़बरें आती रहती है जिसे लोग सही मान लेते है। कई बार देखा गया है बिना सोचे समझे लोग जिन बातों या ख़बरों पर यकीन कर लेते है वो दरअसल सच नहीं होती। अभी कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर लाइव प्रोग्राम के दौरान एक टीवी रिपोर्टर की मौके पर हुई मौत का वीडियो सामने आया जो बहुत वायरल हुआ।
लेकिन ये सच नहीं था, महिला पत्रकार का नाम इरजा खान है। वह लाहौर में चल रहे तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की रैली का कवरेज कर रही थी। लोगों को पूरी तस्वीर दिखाने के चक्कर में ये रिपोर्टर एक क्रेन पर चढ़ जाती है और रिपोर्टिंग करते करते अचानक ये चुप हो जाती है और इन्हे चक्कर आने लगता है।
इसके बाद ये क्रेन से नीचे जमीन पर गिर जाती है। वहां मौजूद लोग और कैमरामैन तक इस घटना से सकते में आ जाते है। किसी को कुछ समझ नहीं आता की अचानक इस महिला पत्रकार को क्या हुआ। वहां मौजूद कई लोगो ने इस घटना का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
वायरल हुए वीडियो के मुताबिक उनकी मौके पर ही मौत हो गई, लेकिन छानबीन करने के बाद जानकारी मिली कि यह वीडियो तकरीबन एक साल पुराना है और महिला पत्रकार की मौत नहीं हुई थी।
ये विडिओ सोशल मीडिया पर आग की तरह फैला और लोगों ने अपने अपने तरीके से शोक भी जताया। इस विडिओ से सबसे ज्यादा परेशान हुई ये महिला पत्रकार जो जिन्दा थी और लोग इन्हे श्रद्धांजलि दे रहे थे। इसने खुद सामने आकर सफाई देनी पड़ी की ये जिन्दा है।
इन्होने बताया की तेज़ गर्मी होने के कारण इन्हे चक्कर आ गया था जिस वजह से ये बेहोश हो गयी थी। बेहोश होने के बाद इन्हे तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया और फिर तबियत ठीक होने पर इन्हे अस्पताल से छुट्टी मिल गयी पर लोगों ने आधी जानकारी को ही सच मान लिया और इनके मरने की खबर वायरल कर दी गयी।