पीएम नरेंद्र मोदी दावोस के लिए उड़ान भर चुके है। लजीज देसी व्यंजनों और योग सत्र की झलक के साथ आज दावोस में विश्व आर्थिक मंच WEF की वार्षिक बैठक शुरू होगी। WEF के कार्यक्रम में मोदी शामिल होंगे और उद्घाटन भाषण देंगे। मोदी दुनिया के सामने भारतीय अर्थव्यवस्था, यहां निवेश और अपनी नीतियों के बारे में बताएंगे। ये करीब दो दशक के बाद है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा है।
कार्यक्रम का अंत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के साथ होगा। पांच दिन तक चलने वाली विश्व आर्थिक मंच की 48वीं बैठक में व्यापार, राजनीति, कला, शिक्षा और नागरिक समाज से जुड़ी 3,000 से अधिक शख्सियतें शिरकत करेंगी। भारत की ओर से 130 से ज्यादा प्रतिभागी सम्मिलित होंगे। दावोस जाने से पहले पीएम मोदी ने कई ट्वीट कर अपने एजेंडे के बारे में बताया। उन्होंने लिखा कि ”वह दावोस में अपने कार्यक्रमों के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य संबंधों पर अपना नजरिया रखेंगे।
मोदी यह भी चाहते हैं कि दुनिया के नेता मौजूदा वैश्विक प्रणालीयों के समक्ष वर्तमान तथा नयी उभर रही चुनौतियों पर ‘ गंभीरता से ध्यान दें।’ वहीं इंडियामीन्सबिजनेस हैशटैग के साथ किये गये एक के बाद एक कई ट्वीट में मोदी ने कहा, ‘‘दावोस में मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य के संबंधों के बारे में अपनी राय रखूंगा।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें वहां स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बेरसेट तथा स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक का इंतजार है।
I look forward to my first visit to the World Economic Forum at Davos, at the invitation of India’s good friend and Founder of the WEF, Prof Klaus Schwab. The theme of the Forum, “Creating a Shared Future in a Fractured World” is both thoughtful and apt. @wef #IndiaMeansBusiness
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2018
भारत देश के उत्तम व्यंजनों और वर्षों पुरानी विरासत ‘योग’ के साथ यंग, इनोवेटिव न्यू इंडिया’ की भावना के साथ स्वागत समारोह की मेजबानी होगी। पीएम मोदी करीब 20 साल बाद दावोस जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री है। उनसे पहले 1997 में एच डी देवेगौड़ा दावोस गए थे। बैठक का आधिकारिक सत्र मंगलवार से शुरू होगा जहां मोदी उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे भारत को खुली अर्थव्यवस्था के रूप में पेश कर सकते हैं जो दुनिया भर से निवेश के लिए तैयार है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में एक इंजन की भूमिका निभा सकता है।
प्रधानमंत्री की 24 घंटे की यात्रा को अधिकारियों ने ”छोटी लेकिन बहुत केंद्रित” यात्रा के रूप में वर्णित किया है। आज मोदी दुनिया भर की कंपनियों के CEO के रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। इसमें 20 भारतीय कंपनियां और 40 अलग-अलग देशों की कंपनियां शामिल हैं। बुधवार को WEF के अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय के 120 सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, सुरेश प्रभु, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, एम जे अकबर और जितेंद्र सिंह भी वहां जा रहे हैं।
उद्योग इकाई CII के नेतृत्व में CEO प्रतिनिधिमंडल में मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी, अजीम प्रेमजी, राहुल बजाज, एन चंद्रशेखरन, चंदा कोचर, उदय कोटक और अजय सिंह समेत अन्य लोग शामिल हैं। वैश्विक नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समापन भाषण करेंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहीद खाकान अब्बासी भी दावोस में होंगे लेकिन भारतीय अधिकारियों का कहना है कि उनके और मोदी के बीच बैठक की कोई योजना नहीं है। वहीं पीएम मोदी स्विट्जरलैंड राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
बैठक में भाग लेने वाले अन्य नेताओं में जर्मनी की चांसलर एजेंला मर्केल, अटली के प्रधानमंत्री पाउलो गेटिलोअली, फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रोन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थेरेसा मे तथा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडेव शामिल होंगे। इस बैठक में पीएम मोदी भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भागीदार, भारत में बिजनेस को आसान बनाने, भ्रष्टाचार और कालाधन को कम करने, टैक्स प्रणाली सरल बनाने और देश के सत्त विकास के लिए उठाए गए जरूरी कदमों पर चर्चा कर सकते हैं। इसके साथ ही बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान, ऑस्ट्रेलियाई अभिनेत्री केट ब्लेन्चेट और संगीतकार एल्टन जॉन का सम्मान किया जाएगा।
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