अफ्रीकी देश माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। विद्रोही सैनिकों द्वारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बौबोऊ सिस्से को बंधक बना लिया था। जिसके बाद राष्ट्रपति ने इस्तीफा दे दिया और संसद को भी भंग कर दिया गया है।
देश में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में विद्रोही सैनिकों ने मंगलवार को उनके आवास का घेराव किया और हवा में गोलीबारी करते हुए उन्हें और प्रधानमंत्री बौबोऊ सिस्से को बंधक बना लिया था। कीता ने सरकारी टेलीविजन ‘ओआरटीएम’ पर कहा कि उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
माली के राष्ट्रपति को लोकतांत्रिक रूप से चुना गया था और उन्हें पूर्व उपनिवेशवादी फ्रांस और अन्य पश्चिमी सहयोगियों से व्यापक समर्थन प्राप्त है। सैनिकों के शस्त्रागार से हथियारों को जब्त कर बमाको का रुख करने के बाद राष्ट्रपति के बाद कोई विकल्प नहीं रह गया था।
सैनिक बमाको की सड़कों पर घूमते नजर आए, जिससे यह और स्पष्ट हो गया कि राजधानी पर अब उनका नियंत्रण है। हालांकि सैनिकों की ओर से तत्काल कोई बयान नहीं आया है। इससे पहले सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सैनिकों की कार्रवाई का समर्थन किया। कुछ ने एक इमारत में आग लगा दी जो माली के न्याय मंत्री से संबंधित है। सशस्त्र लोगों ने देश के वित्त मंत्री अब्दुलाय दफे समेत कुछ अधिकारियों को भी कुछ दिन पहले हिरासत में ले लिया था।