राजस्थान में चल रहे सियासी कलह के बीच अशोक गहलोत के सबसे करीबी मंत्री पी. एस. खाचरियावास ने केंद्र को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही राजस्थान की सड़कों पर केंद्रीय एजेंसियां उतरने वाली हैं। कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता और विधायक लड़ेगा।
पी. एस. खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान की सड़कों पर ED, CBI और IT उतरने वाली है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरकर लड़ना पड़ेगा। बीजेपी अगर एजेंसी भेजेगी तो एजेंसी का जवाब देंगे। कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता और विधायक लड़ेगा।
राजस्थान में सियासी हलचल तेज
राजस्थान में गहलोत गुट के विधायकों की बगावत के बाद से सियासी हलचल तेज है। गहलोत गुट के विधायक साफ कर चुके हैं कि अगर उनकी शर्ते पार्टी आलाकमान ने नहीं मानी तो वो इस्तीफा सौंप देंगे। विधायकों के इस रवैए ने पार्टी की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी को नाराज किया है। ऐसे में खबर है कि इन विधायकों पर कार्रवाई की जा सकती है।
इसी बीच एक अपडेट सामने आया है कि एक्शन की आहट पर विधायकों ने भी साफ बता दिया है कि अगर उनके ऊपर कोई एक्शन लिया गया तो पार्टी में बड़ी फूट पड़ेगी और विधायक अपनी नयी पार्टी बना लेंगे। गहलोत गुट के विधायकों के इस रैवैये से पार्टी काफी नाखुश है।
गहलोत गुट के विधायकों पर हुई कार्रवाई तो कांग्रेस में पड़ेगी बड़ी फूट, नई पार्टी बनाने को तैयार बागी MLA
दरअसल, विधायकों की बगावत पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से जयपुर भेजे गए पर्यवेक्षक अजय माकन का बड़ा बयान सामने आया है। माकन ने मीडिया को बताया कि बीते दिन विधायक दल की बैठक से पूर्व अशोक गहलोत गुट के विधायकों की मंत्री के घर पर हुई बैठक अनैतिक थी।
इसी के साथ माकन ने साफ किया था कि सोनिया गांधी ही अब अंतिम निर्णय लेंगी। माकन ने आगे बताया कि वो शक्ति प्रदर्शन देखने नहीं आए थे। उन्हें पार्टी की तरफ से जिम्मेदारी मिली थी। वो वही पूरा कर रहे थे। उन्होंने विधायकों को काफी समझाया था, लेकिन वो जिद्द पर अड़े है, इसलिए अब वो और खड़गे दिल्ली जाकर सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौपेंगे।