कई दिनों तक फिर से संगठित होने और खुद को मजबूत करने के बाद रूसी सेना ने यूक्रेन में युद्ध का एक नया और संभावित चरम चरण शुरू किया और देश के औद्योगिक क्षेत्र डोनबास पर नियंत्रण करने के लिए बड़े पैमाने पर जमीनी आक्रमण शुरू कर दिया। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि 300 मील (480 किलोमीटर) से अधिक के व्यापक मोर्चे पर सोमवार को तेज हमले शुरू हुए।
रूसी सैनिकों ने डोनबास के लिए शुरू की लड़ाई :जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक वीडियो संबोधन में घोषणा की, “रूसी सैनिकों ने डोनबास के लिए लड़ाई शुरू कर दी है।” उन्होंने कहा, “पूरी रूसी सेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अब इस हमले पर केंद्रित है।” मॉस्को समर्थित अलगाववादी आठ साल से ज्यादातर रूसी भाषी डोनबास में यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं और उन्होंने दो स्वतंत्र गणराज्यों की घोषणा की है जिन्हें रूस ने मान्यता दी है। रूस ने डोनबास पर कब्जा करना युद्ध में अपना मुख्य लक्ष्य घोषित कर दिया है क्योंकि राजधानी कीव को जब्त करने का उसका प्रयास विफल हो गया है।
पीछे हटने को तैयार नहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की
जेलेंस्की ने संकल्प जताया, “कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितने रूसी सैनिक वहां चले गए हैं, हम लड़ेंगे। हम अपना बचाव करेंगे।” आक्रामक होने से पहले, रूस ने पश्चिमी शहर ल्वीव और अन्य लक्ष्यों पर बमबारी की, जो देश की सुरक्षा को कमजोर करने का एक पुरजोर प्रयास नजर आया। यूक्रेन की सेना के जनरल स्टाफ ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना ने लुहान्स्क और डोनेट्स्क क्षेत्रों में- डोनबास के दोनों हिस्से- और ज़पोरिज़िया के क्षेत्र में हमले तेज कर दिए हैं।
रूस कर रहा यूक्रेन की रक्षा पंक्ति तोड़ने की कोशिश
यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी डैनिलोव ने यूक्रेनी मीडिया को बताया कि सोमवार की सुबह, “डोनेट्स्क, लुहान्स्क और खारकीव क्षेत्रों की लगभग पूरी अग्रिम पंक्ति के साथ, कब्जाधारियों ने हमारी रक्षापंक्ति को तोड़ने का प्रयास किया।” डानोलिव ने कहा, ‘‘आक्रमणकारियों ने हमारी रक्षा पंक्ति को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन हमारी सेना डटी हुई है। वे केवल दो शहरों क्रेमिन्ना और एक अन्य छोटे शहर में घुसने में सफल रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने किसी क्षेत्र में हार नहीं मानेंगे।’’
यूक्रेन बनना चाहता है यूरोपीय संघ का हिस्सा
बता दें कि यूक्रेन यूरोपीय संघ का हिस्सा बनना चाहता है, इस रणनीति के तहत राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने ईयू के राजदूत मैटी मासिकस को एक प्रश्नावली सौंपी है। कीव में आयोजित एक समारोह में जेलेंस्की ने कहा, यूरोपीय संघ में शामिल होने की कोशिशों के तहत ये एक महत्वपूर्ण कदम है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के लोग यूरोपीय संघ का हिस्सा बनना चाहते है। जेलेंस्की ने जोर देकर कहा, हमें विश्वास है कि हम समर्थन हासिल करेंगे। ईयू के राजदूत मैटी मासिकस ने कहा कि प्रश्नावली केउत्तरों का विश्लेषण जल्दी ही किया जाएगा।
कीव ने भेजा प्रश्नावली का पहला भाग
इससे पहले, यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री ओल्हा स्टेफनिश्ना ने कहा कि कीव ने एक प्रश्नावली का पहला भाग भेज दिया है। स्टेफनिश्ना ने आगे कहा, दूसरा हिस्सा जल्द ही यूरोपीय आयोग को भेजा जाएगा। 28 फरवरी को, जेलेंस्की ने यूक्रेन को यूरीपीय संघ में शामिल करने के लिए आवेदन किया था। इस आवेदन को यूरोपीय संसद ने मंजूरी दी है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयन ने 8 अप्रैल को कीव यात्रा के दौरान जेलेंस्की को एक प्रश्नावली सौंपी थी।