यूक्रेन-रूस के बीच जंग के एलान के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों में खौफ का माहौल पैदा हो गया। जिसके बाद बड़ी संख्या में छात्र आज सुबह कीव में भारतीय दूतावास के बाहर इकट्ठा हो गए। हंगरी में भारतीय दूतावास से एक टीम को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने में मदद करने के लिए जोहायी सीमा चौकी भेजा गया है।
यूक्रेन में अभी 20,000 भारतीय फंसे हुए
उल्लेखनीय है कि हंगरी की सीमा यूक्रेन से लगी हुई है। हंगरी में भारतीय दूतावास ने कहा कि यह यूक्रेन से भारतीयों के प्रवेश को सुगम बनाने में हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए यह काम कर रहा है। चूंकि, यूक्रेन ने रूस के हमले के बाद अपने वायु क्षेत्र को यात्री विमानों के लिए बंद कर दिया है, इसलिए भारत अपने नागरिकों को स्थल मार्गों के जरिये यूक्रेन से निकालने पर विचार कर रहा है। यूक्रेन में अभी 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं।
भारतीय दूतावास ने ट्वीट
Embassy of India in Ukraine accommodates more than 200 Indian students at school near the Embassy in Kyiv
(Source: Embassy of India in Kyiv, Ukraine) pic.twitter.com/5aTjObCvN7
— ANI (@ANI) February 24, 2022
हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘हंगरी में भारतीय दूतावास की टीम को यूक्रेन से भारतीयों की वापसी में मदद उपलब्ध कराने एवं समन्वय करने के लिए सीमा चौकी जोहानयी भेजा गया है। ’’ दूतावास ने कहा कि भारत सरकार स्थिति की करीबी निगरानी कर रही है और भारतीयों को यूक्रेन से निकालने की योजना बना रही है।
उन्होंने कहा कि मिशन का ब्योरा शीघ्र ही उपलब्ध कराया जाएगा। एअर इंडिया एक विमान, जो यू्क्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए बृहस्पतिवार सुबह कीव रवाना हुआ था, वह दिन में वापस लौट आया, क्योंकि रूसी हमले के चलते वहां का वायु क्षेत्र बंद कर दिया गया है। मंत्री का यह बयान, यूक्रेन से भारतीयों को समय रहते वापस नहीं लाने को लेकर विपक्ष द्वारा केंद्र की आलोचना के बीच भी आई है। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि जब इसके नागरिक मुश्किल में हैं तब इसने अपना मुंह मोड़ लिया है।