रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी परमाणु बलों को ‘हाई अलर्ट’ पर रहने का आदेश दिया, जिससे पूर्व और पश्चिम के बीच तनाव और बढ़ गया है। देश में रूसी सैनिकों और यूक्रेनी सेना के बीच घमासान जारी है, ऐसे में यूक्रेन के नेता रूस के साथ बातचीत करने के लिए सहमत हो गए हैं। रूस की सेना और टैंक यूक्रेन में काफी अंदर तक घुस आए हैं और राजधानी के आसपास पहुंच गए हैं।
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के ‘‘आक्रामक बयान’’ और कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का हवाला देते हुए पुतिन ने रूस के परमाणु हथियारों को तैयार रखने के संबंध में एक आदेश जारी किया है। इससे आक्रमण के परमाणु युद्ध में तब्दील होने की आशंका पैदा हो गई है..। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया, ‘‘रूसी नेता ऐसे बलों को तैयार रहने को कह रहे हैं,और अगर थोड़ी सी भी चूक हुई तो स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती हैं।’’
नाटो के ‘‘आक्रामक बयान’’ पर पुतिन ने दिया बड़ा आदेश
पुतिन का यह निर्देश ऐसे समय में आया है, जब रूसी सेना को यूक्रेन से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि देशभर में रूसी बलों के आगे बढ़ने के बावजूद रूस की कल्पना की तुलना में आक्रमण अधिक कठिन तथा धीमा रहा है, हालांकि समय के साथ हालात बदल सकते हैं। वहीं, बढ़ते तनाव के बीच, पश्चिमी देशों का कहना है कि वे रूस पर प्रतिबंधों को और कड़ा करेंगे तथा यूक्रेन के लिए हथियार खरीदेंगे और उसकी आपूर्ति करेंगे, जिसमें हेलीकॉप्टर तथा अन्य विमानों को मार गिराने वाली ‘स्टिंगर मिसाइल’ शामिल हैं।
जेलेंस्की ने रूसी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक को दी मंजूरी
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बेलारूस की सीमा पर किसी स्थान पर रूसी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की योजना की घोषणा की है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बैठक कहां होगी, कब होगी और न ही यह कि सीमा पर संभावित वार्ता में युद्ध को लेकर अंततः रूस की क्या मांग है। पश्चिमी देशों के अधिकारियों का मानना है कि पुतिन, यूक्रेन की सरकार को बेदखल करना चाहते हैं और वहां खुद का शासन चाहते हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के दो प्रमुख निकाय, 193 सदस्यीय महासभा और अधिक शक्तिशाली 15-सदस्यीय सुरक्षा परिषद यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर सोमवार को अलग-अलग बैठकें करेंगे।
पश्चिमी देश रुसी विमानों के लिए एयरस्पेस करेंगे बंद
रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी देश अपने एयरस्पेस बंद करेंगे, इसी कड़ी में यूरोप और कनाडा ने कहा कि वे रूसी विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर देंगे, जिससे अमेरिका पर भी ऐसा करने का दबाव बढ़ेगा। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने रविवार को कहा कि यूरोपीय संघ रूसियों के स्वामित्व वाले, पंजीकृत या नियंत्रित विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर देगा, जिसमें “कुलीन वर्गों के निजी जेट भी शामिल हैं।”
कनाडा के परिवहन मंत्री उमर अलघाबरा ने कहा कि उनका देश अपने पड़ोसी पर अकारण हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराने के वास्ते सभी रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रहा है। यूरोपीय संघ की कार्रवाई उसके कई सदस्य देशों द्वारा यह कहे जाने के बाद हुई है कि वे रूसी विमानों को रोक रहे हैं या रविवार रात तक ऐसा करने की योजना बना रहे हैं।
यूरोपीय आसमान क्रूरता से आक्रमण करने वालों के लिए नहीं
बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने ट्वीट किया कि यूरोपीय आसमान “उन लोगों के लिए खुला है जो लोगों को जोड़ते हैं, न कि उनके लिए जो क्रूरता से आक्रमण करना चाहते हैं।” नीदरलैंड के अवसंरचना और जल मंत्री मार्क हार्बर्स ने ट्विटर पर कहा, “डच हवाई क्षेत्र में एक ऐसे शासन के लिए कोई जगह नहीं है जो अनावश्यक और क्रूर हिंसा का इस्तेमाल करता है।” वॉन डेर लेयन की घोषणा से पहले हालांकि स्पेन, यूनान और तुर्की जैसे कुछ यूरोपीय देश अपने हवाई क्षेत्र को रूसी विमानों के लिए बंद करने को लेकर हिचकिचाते नजर आ रहे थे।