पूर्वोत्तर थाईलैंड के नाखोन रत्चासिमा शहर में शनिवार को एक सैनिक द्वारा की गई गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हो गई और हमलावर अब भी एक शॉपिंग मॉल में मौजूद है। पुलिस ने बताया कि सबसे पहले गोलीबारी दोपहर को सेना के बैरक में शुरू हुई।
उन्होंने बताया कि सार्जेंट मेजर जकरापंत थोम्मा द्वारा बैरक में की गई गोलीबारी में तीन लोग मारे गए जिनमें कम से कम एक सैनिक है।
पुलिस लेफ्टिनेंट कर्नल मोंगकोल कुपतासिरी ने बताया, ‘‘ थोम्मा ने सेना के वाहन की चोरी की और उसके जरिये बीच शहर में आ गया।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक बंदूकधारी ने शहर के बीचों बीच गोलीबारी करने से पहले सेना के शस्त्रागार से हथियार प्राप्त किया था।
हालांकि, तेजी से बदल रहे घटनाक्रम के बीच प्रशासन ने बंदूकधारी द्वारा 16 लोगों को बंधक बनाने की स्थानीय मीडिया में आई खबर की पुष्टि नहीं की।
देश में आपात सेवाओं का संचालन करने वाले इरावन केंद्र के अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हुई है जबकि अन्य 14 घायल हुए है। यहीं केंद्र अस्पताल की सूचनाओं के साथ समन्वय करता है।
ऑनलाइन मंचों पर सामने आए वीडियों में दिख रहा है कि मुख्य सड़क के आसपास भय और अफरातफरी का महौल है। इस शहर को कोरात के नाम से भी जाना जाता है।
वीडियों में लोग भागते दिख रहे हैं जबकि पृष्टभूमि में स्वचालित बंदूक से चली कम से कम एक गोली की आवाज सुनाई दे रही।
बंदूकधारी ने फेसबुक पर अपनी तस्वीर पोस्ट की है और ‘‘क्या मुझे आत्मसमर्पण करना चाहिए’’ एवं ‘‘ कोई भी मौत से नहीं बच सकता’’ जैसी बाते लिखी है।
एक फेसबुक वीडियों में (बाद में उसे हटा दिया गया) हमलावर सेना का हेलमेट पहने हुए खुली जीप में सवार है और कहा रहा, ‘‘ मैं थक गया हूं… मैं अब उंगलियों को और नहीं दबा सकता एवं अपने हाथ से बंदूक ट्रिगर का निशान बनाता दिख रहा है।
ऐसा भी तस्वीरें साझा की है जिसमें वह स्की मास्क पहने हुए है और हाथ में पिस्तौल है।
इससे पहले रॉयल थाई पुलिस के प्रवक्ता कृष्णा पत्तनाचारोएन ने बताया, ‘‘बंदूकधारी ने मशीन गन का इस्तेमाल किया है जिसकी वजह से कई लोगों की मौत हुई है एवं अन्य कई घायल है।’’ उन्होंने बताया कि मरने वालों की संख्या 10 से अधिक है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सुरक्षाबलों ने बंदूकधारियों को टर्मिनल 21 शॉपिंग सेंटर में घेर लिया है लेकिन अभी तक उसे पकड़ा नहीं जा सकता है।
उल्लेखनीय है थाईलैंड उन देशों में हैं जहां के लोग सबसे अधिक बंदूक रखते हैं लेकिन सैनिक द्वारा नागरिकों की हत्या की घटना दुलर्भ है।