यूक्रेन के साथ रूस को युद्ध करना काफी भारी पड़ा रहा है। इसके साथ ही रूस को दुनिया में अलग-थलग करने की कोशिश की जा रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को इसका नजारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की मीटिंग में भी देखने को मिला। इस मीटिंग को जैसे ही रूसी विदेश मंत्री सेरेजे लावरोव ने संबोधित करना शुरू किया कई देशों के नेता उठकर चले गए।
Most diplomats in Geneva leave the meeting room when Russian foreign minister Lavrov addresses the Human Rights Council.A very rare event in diplomacy. #WeStandWithUkraine#StandingWithUkraine #HumanRights https://t.co/KU7qLw8EsD— PJ Kleiweg (@PJKleiweg) March 1, 2022
यह रूस पर दबाव बनाने की एक कोशिश थी
दरअसल लावरोव का पहले से रिकॉर्ड वीडियो संदेश प्ले किया जाना था, जिसकी शुरुआत होते ही कई देशों के नेता छोड़कर निकल गए। यह रूस पर दबाव बनाने की एक कोशिश थी। वॉकआउट का नेतृत्व करने वाले यूक्रेन के राजदूत येवहेनिया फिलिपेंको ने कहा, ‘यूक्रेनियों के लिए आपके समर्थन के लिए हम बहुत धन्यवाद करते हैं। आपने उनकी आजादी के लिए यह समर्थन किया है।’
इससे बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हो रही है और मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है
फ्रांस के राजदूत जेरोमे बेनाफॉन्ट ने कहा कि किसी भी तरह का हमला होना मानवाधिकार का उल्लंघन है। इससे बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हो रही है और मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस वॉकआउट से साफ है कि मानवाधिकार परिषद यूक्रेन और उसके लोगों के साथ है। इससे कुछ वक्त पहले ही निरस्त्रीकरण को लेकर भी एक कॉन्फ्रेंस में लावरोव का भाषण प्रसारित होना था, उसका भी बायकॉट यूरोपीय देशों की ओर से किया गया था। चेंबर के बाहर कई देशों के राजनयिक जुटे थे और वहां यूक्रेन का झंडा लहरा रहा था। यहां उन्होंने जमकर यूक्रेन की सराहना की और रूस की निंदा करते दिखाई दिए।
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इन देशों के राजनयिकों ने किया वॉकआउट
हालांकि इस बायकॉट के दौरान भी यमन, सीरिया, वेनेजुएला और ट्यूनीशिया के राजनयिक बैठे रहे और रूसी विदेश मंत्री का बयान सुनते रहे। रूस के विदेश मंत्री को मंगलवार को जिनेवा में मीटिंग में शामिल होने के लिए पहुंचना था। लेकिन यूरोपीय देशों की ओर से बैन लगाए जाने का हवाला देते हुए उन्होंने अपनी यात्रा कैंसिल कर दी। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि रूस ने आम नागरिकों की हत्या की है। उन्होंने कहा कि रूस की इस क्रूरता को न कोई भूलेगा और न ही माफ करेगा।
यूक्रेन के 70 से ज्यादा सैनिक मारे गए
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में लगातार दोनों देशों के सैनिकों और आम लोगों की मौत हो रही है। जंग के छठे दिन हुए ताज़ा रूसी हमले में यूक्रेन के 70 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की खबर है। रूसी तोप से यूक्रेन के मिलिट्री बेस पर हमला किया गया, जिसमें बड़ी तादाद में सैनिकों की मौत हो गई। हमला ओखतिरका में हुआ। ये शहर खारकीव और कीव के बीच बसा हुआ है। इस हमले की जानकारी ओखतिरका के गवर्नर मित्रो ज़िवित्सकी ने फेसबुक पर दी है।