पाकिस्तान अपने यहां पर आतंकवाद को पनाह देकर वैसे ही दुनियाभर में बदनाम है, ऐसे में एक शर्मनाक घटना ने उसकी किरकिरी पूरी दुनिया में एक बार फिर कर दी है। श्रीलंका की संसद ने शनिवार को पाकिस्तान में एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीट कर हत्या किए जाने की निंदा की और वहां के अधिकारियों से देश में शेष श्रीलंकाई प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
ये है पूरा मामला, घटना के बाद से श्रीलंका में बना हुआ है रोष का माहौल
शुक्रवार को एक निर्मम घटना में, प्रियंता कुमारा दियावदाना की लिंचिंग की गई थी जिसमें एक कट्टर इस्लामी पार्टी के नाराज समर्थकों ने उसे जिंदा जला दिया था। पार्टी ने ईशनिंदा के आरोपों को लेकर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक कपड़ा कारखाने पर हमला किया था। श्रीलंका के कैंडी के दियावदाना, लाहौर से करीब 100 किलोमीटर दूर सियालकोट जिले में कपड़ा कारखाने के महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत थे।
The horrific vigilante attack on factory in Sialkot & the burning alive of Sri Lankan manager is a day of shame for Pakistan. I am overseeing the investigations & let there be no mistake all those responsible will be punished with full severity of the law. Arrests are in progress
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 3, 2021
श्रीलंकाई सरकार ने पाकिस्तान से जताई ये उम्मीद
श्रीलंकाई सरकार और विपक्ष एकजुट होकर श्रीलंकाई अधिकारियों से पाकिस्तान में श्रीलंका के बाकी कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस्लामाबाद के साथ बातचीत करने का आग्रह कर रहे थे। शिक्षा मंत्री दिनेश गुणवर्धने ने संसद को बताया, हमें खुशी है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस क्रूर कृत्य की कड़ी निंदा की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दिलाया भरोसा
खान ने एक ट्वीट में कहा, सियालकोट में एक कारखाने पर भयावह हमला और श्रीलंकाई प्रबंधक को जिंदा जलाना पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है। मैं जांच की निगरानी कर रहा हूं और कोई गलती नहीं होगी, सभी जिम्मेदार लोगों को कानून की पूरी गंभीरता से दंडित किया जाएगा। गिरफ्तारियां जारी हैं।
The brutal murder of Priyantha Diyawadana by extremist mobs in Pakistan is incomprehensible. While I appreciate PM @ImranKhanPTI‘s promise to bring those responsible to justice, we should be mindful that this could happen to anyone if extremist forces are allowed to act freely.
— Namal Rajapaksa (@RajapaksaNamal) December 3, 2021
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इसके अलावा पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ट्वीट किया: सियालकोट की घटना निश्चित रूप से बहुत दुखद और शर्मनाक है, और किसी भी तरह से धार्मिक नहीं है। इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिसने मॉब लिंचिंग के बजाय विचारशील न्याय की मिसालें स्थापित की हैं।
श्रीलंका के मंत्री ने लगाई लताड़, कहा-
उधर, श्रीलंका सरकार में युवा और खेल मामलों के मंत्री और पीएम महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे ने पाकिस्तान सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। नमल ने कहा है कि अगर चरमपंथी ताकतें इस तरह से आजाद घूमेंगी तो यह किसी के भी साथ हो सकता है।
नमल ने एक ट्वीट कर लिखा है कि पाकिस्तान में चरमपंथी भीड़ द्वारा प्रियंता दियावदाना की निर्मम हत्या समझ से परे है। हालांकि मैं जबकि मैं पीएम इमरान खान की सराहना करता हूं कि उन्होंने जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाने का वादा किया है। हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर चरमपंथी ताकतें इस तरह से आजाद घूमेंगी तो यह किसी के भी साथ हो सकता है।