श्रीलंका में आर्थिक संकट के चलते प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपना इस्तीफा दे दिया हैं। क्योंकि इस देश में कई महीनों से लोग अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए तरसने लग गए थें। जिसकों लेकर जनता का आक्रोश सरकार पर फूट पड़ा और उन्होने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। हालांकि, बताया जा रहा है कि देश में खराब स्थिति के चलते यहां पर इमरजेंसी लगाई जा चुकी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री राजपक्षे ने ट्वीट किया कि देश में खराब स्थिति को सुधारने के लिए और एक नई सरकार को स्थापित करने के लिए जल्द चुनाव कराए जा सकते हैं।
जल्द नियुक्त होगा श्रीलंका का पीएम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि आगामी समय में देश में विकास की नई लहर को उजागर करने के लिए जल्द एक नए पीएम की नियुक्ति की जा सकती हैं। दरअसल, बताया जा रहा है कि नई सरकार देश में एक नया विकास मॉ़डल लागू कर सकती हैं। जिससे की सभी नागरिकों में एकता बनी रहे । श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद एकीकृत सरकार का नेतृत्व करने की होड़ में पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे सबसे आगे हैं।
जोर दिया गया राष्ट्रपति पद छोड़न के लिए
राष्ट्रपति के करीबी वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक किसी प्रकार की आपत्ति सामने नहीं आती है तो आज आज शपथग्रहण हो सकता है। इससे पहले मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालावेगाया (एसजेबी) को नयी सरकार का नेतृत्व करने के लिए कहा गया था, लेकिन नेता साजिथ प्रेमदासा ने श्री गोतबाया राजपक्षे पर पहले राष्ट्रपति का पद छोड़ने का जोर दिया था। इस बीच एसजेबी के 10 से अधिक सांसदों ने पांच बार प्रधानमंत्री रहे श्री विक्रमसिंघे के प्रति समर्थन जताया है।