अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप के बाद तालिबान ने केंद्रीय बैंक की संपत्ति अनफ्रीज करने की अपील की - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप के बाद तालिबान ने केंद्रीय बैंक की संपत्ति अनफ्रीज करने की अपील की

अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से केंद्रीय बैंक की संपत्ति को अनफ्रीज करने की अपील की है, क्योंकि देश के पकतिका प्रांत में पिछले सप्ताह आए विनाशकारी भूकंप के बाद संघर्ष कर रहा है, जिसमें कम से कम 1,100 लोग मारे गए थे।

अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से केंद्रीय बैंक की संपत्ति को अनफ्रीज करने की अपील की है, क्योंकि देश के पकतिका प्रांत में पिछले सप्ताह आए विनाशकारी भूकंप के बाद संघर्ष कर रहा है, जिसमें कम से कम 1,100 लोग मारे गए थे। 
प्रतिबंध हटाकर हमारी संपत्ति को मुक्त करें – तालिबान 
खामा न्यूज ने के मुताबिक, शनिवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि “तालिबान शासन दुनिया से अफगानों को उनका सबसे बुनियादी अधिकार देने के लिए कह रहा है, जो उनके जीवन का अधिकार है। प्रतिबंध हटाकर हमारी संपत्ति को मुक्त किया जाए और मदद भी की जाए।” 
अगस्त, 2021 में काबुल तालिबान के हाथों में आने के बाद देश के केंद्रीय बैंक द अफगानिस्तान बैंक (डीएबी) के 9 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति अमेरिका ने जब्त कर ली थी, साथ ही विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने धन देना बंद कर दिया था। 
अफगानिस्तान में चल रहा है बड़ा मानवीय संकट – तालिबान 
बल्खी की अपील के कुछ दिनों बाद उन्होंने कहा था कि तालिबान सरकार जरूरत के हिसाब से लोगों की सहायता करने में आर्थिक रूप से असमर्थ थी, क्योंकि अफगानिस्तान एक चल रहे मानवीय और आर्थिक संकट के बीच में है। 
उन्होंने कहा कि सहायता एजेंसियों, पड़ोसी देशों और विश्व शक्तियों से मिल रही मदद के बावजूद सहायता को बहुत बड़े पैमाने पर बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि यहां दशकों बाद एक विनाशकारी भूकंप आया, जिसने भारी तबाही मचाई है। 
22 जून को आए भूकंप के बाद से प्रभावितों की मदद के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहायता आई है। 
हाल ही में आये भूकम्प से मची है भारी तबाही 
अब तक भारत, पाकिस्तान, चीन, ईरान, ब्रिटेन, नॉर्वे, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और रेडक्रॉस जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने मदद भेजी है। 22 जून को 5.9-तीव्रता वाला भूकंप आया था। दो दशकों में ऐसा घातक भूकंप नहीं आया था। गयान और बरमल जिलों में भारी तबाही हुई। लगभग 1,600 लोग घायल भी हुए। 
भूकंप का केंद्र खोस्त शहर से 44 किमी दूर था और झटके पाकिस्तान और भारत तक महसूस किए गए। सबसे अधिक प्रभावित गयान जिले में 1,600 से अधिक मकान जमींदोज हो गए। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

5 × 2 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।