काबुल में अलकायदा प्रमुख के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तालिबान ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे अयमान अल जवाहिरी की मौजूदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। तालिबान ने कहा कि वह अमेरिकी ड्रोन हमले में काबुल में जवाहिरी के मारे जाने के ‘‘दावे’’ को लेकर जांच कर रहा है। जवाहिरी के मारे जाने के बाद तालिबान और पश्चिमी देशों के संबंधों में तनाव और बढ़ गया है।
हक्कानी तालिबान के उप प्रमुख हैं और सरकार में आंतरिक मंत्री
तालिबान का दावा और अमेरिकी बयान में विरोधाभास है क्योंकि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि जवाहिरी तालिबान के वरिष्ठ नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के एक शीर्ष सहयोगी के घर में रह रहा था। हक्कानी तालिबान के उप प्रमुख हैं और सरकार में आंतरिक मंत्री हैं। वह हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख भी हैं। वर्ष 2020 के दोहा समझौते में तालिबान ने अमेरिका से वादा किया था कि वे अलकायदा के सदस्यों या अमेरिका पर हमला करने की मंशा रखने वालों को पनाह नहीं देंगे।
तालिबान ने कहा कि उसने जांच एवं खुफिया एजेंसियों
जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार को जारी बयान में तालिबान तनाव को करने का प्रयास करता नजर आया। खासकर ऐसे समय में जब तालिबान, अमेरिका स्थित अफगान संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई को वापस लेने की मांग के साथ अमेरिकी अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहा है। तालिबान ने कहा कि उसने जांच एवं खुफिया एजेंसियों को इस घटना के विभिन्न पहलुओं की गहन और व्यापक जांच करने का आदेश दिया है। तालिबान ने बयान में पश्चिम को यह भी आश्वासन दिया कि ‘‘अफगानिस्तान की जमीन से अमेरिका सहित किसी भी देश को कोई खतरा नहीं है।’’