आतंकवादी संगठनों को संरक्षण देने और उन्हें मदद मुहैया कराने को लेकर पाकिस्तान की विश्व भर में हो रही किरकिरी के बीच अमेरिका ने मंगलवार को उसे करारा झटका देते हुए अपने देश में आने वाले उसके नागरिकों की वीजा अवधि को पांच साल से घटाकर एक वर्ष कर दिया है और पत्रकारों तथा मीडियाकर्मियों के लिए इस अधवि को पांच वर्ष से कम करके मात्र तीन माह कर दिया है।
पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास ने मंगलवार को आधिकारिक बयान जारी करके वीजा नीति में बदलाव की जानकारी दी। बयान के अनुसार व्यापार, पर्यटन और छात्रों के वीजा में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। यह पांच साल के लिए ही मान्य रहेगा। वीजा शुल्क में भी बढ़तरी की गयी है। अब वीजा के आवेदन के लिए 160 डॉलर के स्थान पर 192 डॉलर देना पड़गा।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अगल-थलग करने की भारत की कूटनीति रंग ला रही है और पड़सी देश पर अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण देश का शिकंजा कसता जा रहा है। अमेरिका के इस कदम को इसी कड़ में देखा जा सकता है।