रियाद : सऊदी अरब में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में 201 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सऊदी के भावी किंग मोहम्मद बिन सलामन द्वारा छेड़े गए इस अभियान में देश के कई राजकुमारों समेत शीर्ष अधिकारियों पर भी शिकंजा कसा गया है। देश में पिछले कुछ दशकों में करीब 100 अरब डॉलर (करीब 7000 अरब रुपये) गबन और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। सऊदी के अटर्नी जनरल सऊद अल मोजेब ने एक बयान जारी कर कहा कि 208 लोगों को शनिवार सुबह तक पूछताछ के लिए बुलाया गया था। 7 लोगों को बिना किसी आरोप को छोड़ दिया गया और 201 लोग अभी भी हिरासत में हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की जानकारी मिल रही है। पिछले तीन साल की जांच के आधार पर कहा जा सकता है कि पिछले कुछ दशकों में हजारों अरब रुपये का गबन किया गया है।
उधर, आलोचकों और विश्लेषकों का मानना है कि यह सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का अपने विरोधियों और संभावित प्रतिद्वंद्वियों को साइडलाइन करने की नीति है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत कई शहजादों, अधिकारियों, सैन्य अधिकारियों तथा कारोबारियों को पकड़ा गया है।
पकड़े गए लोगों में एशिया के अरबपति व्यवसायी और शहजादा अलवलीद बिन तलाल और दिवंगत किंग अब्दुल्लाह को बेटे प्रिंस मातेब भी शामिल हैं। शनिवार तक मातेब शक्तिशाली नैशनल गार्ड की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
सऊदी सरकार ने हालांकि हिरासत में लिए गए शख्स का निजता का हवाला देते हुए किससे पूछताछ हो रही है इसके बारे में बताने से इनकार कर दिया। एक अनुमान के तहत करीब 1,700 बैंक अकाउंट को फ्रीज किया गया है। गौरतलब है कि सऊदी में शीर्ष अधिकारियों द्वारा सार्वजनिक फंड के दुरुपयोग की खबरें काफी आम हैं।