रूस और यूक्रेन में जारी भीषण युद्ध के आज 13 दिन हो चुकें हैं और अभी भी वहां स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस बीच यूरोपीय देशों को धमकी देते हुए रूस ने कहा है कि अगर पश्चिमी देश रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाते हैं, तो रूस जर्मनी के लिए अपनी मुख्य गैस पाइपलाइन को बंद कर देगा। रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने चेतावनी दी कि रूसी तेल की अस्वीकृति का वैश्विक बाजार में विनाशकारी परिणाम दिखेंगे, जिससे तेल की कीमतें दोगुनी से अधिक बढ़कर 300 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगी।
जर्मनी और नीदरलैंड ने स्वीकार नहीं किया प्रस्ताव
यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के जवाब में रूस को सबक सिखाने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। जर्मनी और नीदरलैंड ने हालांकि सोमवार को इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ अपने उपयोग का लगभग गैस का 40 प्रतिशत और तेल का 30 प्रतिशत हिस्सा रूस से खरीदता है। रूस से आपूर्ति बाधित होने पर वैकल्पिक आपूर्ति का अन्य स्त्रोत नहीं है।
यूरोपीय बाजार में रूसी तेल का विकल्प जल्दी से खोजना असंभव होगा : नोवाक
उप प्रधानमंत्री नोवाक ने कहा कि यूरोपीय बाजार में रूसी तेल का विकल्प जल्दी से खोजना असंभव होगा। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अन्य ह्मोत मिल भी जाते हैं, तो वे काफी महंगा होंगे। गौरतलब है कि रूस प्राकृतिक गैस का दुनिया का शीर्ष उत्पादक और कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ उत्पादक है। यूक्रेन पश्चिमी देशों से रूस पर इस तरह के प्रतिबंध लगाने के लिए आग्रह कर रहा है।