विश्व में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी से वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुधार बेहद धीमा और असमान है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि, वैश्विक वित्तीय प्रणाली कम आय वाले देशों में ऐसे समय में विफल हो गई है, जब उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। महासचिव ने यह बात विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के ऑनलाइन दावोस एजेंडा, 2022 शिखर सम्मेलन में विशेष संबोधन में कही।
भारत द्वारा किए गए समर्थन की सराहना की
गुटेरेस ने कहा कि उत्सर्जन लक्ष्यों को पूरा करने में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में उलझने के बजाय वैश्विक समुदाय की बेहतरी के लिए विकासशील देशों की सहायता करने की आवश्यकता है। उन्होंने भारत द्वारा समर्थन के कई द्विपक्षीय रूपों की स्वीकृति की सराहना की और उम्मीद जतायी कि, विकसित देश भारत को सौर ऊर्जा सहित अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद प्रदान करेंगे। इस दौरान,यूएन महासचिव ने कोविड-रोधी टीके की असमानता को दूर करने को लेकर वैश्विक नेताओं का आह्वान करते हुए ने कहा कि कोविड-19 महामारी का मुकाबला तभी संभव है, जब दुनियाभर में प्रत्येक व्यक्ति तक टीके की पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
विश्व के देशों को भी चेताया
महसचिव ने अपने संबोधन में विश्व को चेताया कि ऐसा नहीं होने की सूरत में वायरस के नए स्वरूप सामने आते रहेंगे, जिससे सामान्य जीवन के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियां भी उबर नहीं पाएंगी।