अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। देश में हिंसा और लूटपाट लगातार जारी है। हिंसा को रोकने के लिए अमेरिका के कई शहरों में कर्फ्यू लगा हुआ है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मिनीसोटा में एक श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति के मारे जाने के बाद देश भर में भड़की हिंसा में भूमिका को लेकर अमेरिका वाम चरमपंथी समूह ‘एंटीफा’ को आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल करेगा।
एंटीफा को अमेरिका में उग्रवादी, वाम संगठन, फासीवादी विरोधी आंदोलन के रूप में जाना जाता है। इससे ऐसे कार्यकर्ता समूह जुड़े हैं जो अपने राजनीतिक उद्देश्य नीतिगत सुधारों की जगह प्रत्यक्ष कार्रवाई के इस्तेमाल से हासिल करना चाहते हैं। ट्रंप ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिका एंटीफा को आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित करेगा।’’ मिनीपोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद देश भर में हिंसक प्रदर्शनों के अचानक बढ़ने का आरोप ट्रंप प्रशासन ने इस वाम चरमपंथी समूह पर लगाया है।
अटॉर्नी जनरल विलियम पी बार ने एक बयान में कहा, ‘‘एंटीफा और इस तरह के अन्य समूहों द्वारा की गई तथा भड़काई गई हिंसा घरेलू आतंकवाद है और इससे तदनुसार निपटा जाएगा।’’ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने एक टॉक शो में कहा कि राष्ट्रपति और अटॉर्नी जनरल एफबीआई से जानना चाहते हैं कि वह एंटीफा से जुड़े लोगों का पता लगाने और उन पर अभियोग चलाने को लेकर क्या कर रही है।
फ्लॉयड की मौत से संबंधित वीडियो वायरल होने के बाद अमेरिका में जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी आगजनी, लूटपाट और तोड़फोड़ भी कर रहे हैं। घटना से संबंधित वीडियो में एक श्वेत अधिकारी हथकड़ी लगे फ्लॉयड की गर्दन को अपने घुटने से दबाए दिखाई देता है। वीडियो में फ्लॉयड को यह कहते सुना जा सकता है कि वह सांस नहीं ले पा रहा, लेकिन अधिकारी अपना घुटना नहीं हटाता। धीरे-धीरे अश्वेत व्यक्ति की सांस बंद हो जाती है और उसका हिलना-डुलना भी बंद हो जाता है। वीडियो एक राहगीर ने बनाया था।