अफगानिस्तान में 15 अगस्त को हुए तालिबान के कब्जे के बाद से देश में मानवीय संकट खड़ा हो गया है, कई लोग अपना देश छोड़कर भाग चुके है और दूसरे देश में शरणार्थी बनकर रह रहे है। अफगानिस्तान में खाद्य सामग्री के दाम आसमान छु रहें हैं और ज्यदातार लोगों के रोजगार भी खत्म हो गए है। ऐसे में आम लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र भी अपनी रिपोर्ट में दावा कर चुका है कि अफगानिस्तान में खाद्य संकट खड़ा होने वाला है जिससे ज्यादा संख्या में लोग प्रभावित होंगे। अब अफगानिस्तान में लोगों की मदद के लिए अमेरिका ने हाथ बढ़ाया है और 14.4 करोड़ डॉलर की मदद देने की घोषणा की है।
विदेश मंत्री ने किया ऐलान
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने बृहस्पतिवार को बताया कि, अमेरिका अफगानिस्तान में मुश्किलें झेल रहे लोगों के लिए 14.4 करोड़ डॉलर की मदद करेगा। उन्होंने कहा, यह सहायता स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय और गैर-सरकारी मानवीय संगठनों को सीधे प्रदान की जाएगी, जिनमें शरणार्थियों से जुड़ा संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर), संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ), अंतरराष्ट्रीय आव्रजन संगठन (आईओएम) और विश्व स्वास्थ्य संगठन शामिल हैं।ब्लिंकन ने कहा, इस कोष के जरिए क्षेत्र के 1.8 करोड़ से अधिक जरूरतमंद लोगों को सीधे मदद मुहैया कराई जाएगी, जिसमें पड़ोसी देशों में पनाह लेने वाले अफगानिस्तान के शरणार्थी भी शामिल हैं।
2021 में मदद को बढ़ाया गया है
विदेश मंत्री ब्लिंकन ने बताया कि, अफगानिस्तान में और इस क्षेत्र में अफगान शरणार्थियों के लिए कुल अमेरिकी मानवीय सहायता 2021 में बढ़कर लगभग 47.4 करोड़ डॉलर हो गई है, जो किसी भी राष्ट्र द्वारा दी गई सबसे अधिक आर्थिक मदद है। उन्होंने कहा यह मदद हमारे भागीदारों को स्वास्थ्य देखभाल की कमी, कोविड-19, सूखा, कुपोषण और आने वाले सर्दी के मौमस में बढ़ती मानवीय जरूरतों के मद्देनजर जरूरी जीवन सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल, सर्दी मौसम में समान से जुड़ी सहायता, अन्य साजो-समान और आपातकालीन खाद्य संबंधी सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाएगी।
इस सहायता से केवल आम लोगों को होगा फायदा
ब्लिंकन ने इस सहायता के बारे में बताया कि, इस मानवीय सहायता से अफगानिस्तान के लोगों को लाभ होगा न कि तालिबान को, जिन्हें हम उनके द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं के लिए जवाबदेह ठहराते रहेंगे। उन्होंने ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान के पड़ोसियों ने लंबे समय से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लंबी शरणार्थी स्थितियों में से एक का सामना किया है। उन्होंने इन देशों को धन्यवाद दिया और उनसे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की मांग करने वाले अफगान के लोगों के लिए अपनी सीमाएं खुली रखने का आग्रह किया। इस नई मानवीय सहायता के जरिए, हम अफगान शरणार्थियों को सुरक्षा प्रदान करना और इस क्षेत्र में अपने भागीदारों का समर्थन करना जारी रखेंगे। साथ ही हम अफगानिस्तान में भी जरूरतमंद लोगों की मदद करना जारी रखेंगे।