चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने विश्व शांति फोरम के उद्घाटन समारोह में शनिवार को कहा कि वह अपने घरेलू मामलों में बाहरी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा और अन्य देशों को इसकी गतिविधि में हस्तक्षेप नहीं करने देगा। वांग ने यकहा, ‘‘चीन अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है और ना ही उनके विकास में बाधा डालता और वह अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने या हमारे विकास में बाधा डालने वाले अन्य देशों को बर्दाश्त नहीं करेगा।’’
विदेश मंत्री ने कहा कि चीन आज वह नहीं है जो 100 साल पहले हुआ करता था। उन्होंने कहा, ‘‘किसी को भी अपने राज्य की संप्रभुता और अपने देश के विकास हितों की रक्षा के लिए चीनी लोगों की अडिग इच्छाशक्ति और उसके ताकत को कम तर नहीं आंकना चाहिए।’’ शिंघुआ विश्वविद्यालय द्वारा 2012 में शुरू किये गये इस फोरम में 100 से अधिक विशेषज्ञों और पूर्व अधिकारी मौजूद थे।
इस वर्ष के आयोजन का विषय ‘महामारी के बाद के युग में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहयोग: बहुपक्षवाद को बनाए रखना और अभ्यास करना’ था। उन्होंने कहा कि हमने अभी-अभी धूमधाम से सीपीसी की 100वीं वर्षगांठ मनायी । महासचिव शी चिनफिंग ने बल दिया कि सीपीसी मानव के भविष्य पर नजर रखे हुए है और विश्व की सभी प्रगतिशील शक्तियों के साथ आगे बढ़ना चाहती है ।
वांग यी ने कहा कि सीपीसी हमेशा शांतिपूर्ण विकास ,न्याय व निष्पक्षता ,सहयोग और साझी जीत पर कायम रहती है । सच्चे मायने में बहुपक्षवाद की रक्षा करना वर्तमान विश्व के जटिल सवालों के समाधान और विभिन्न परंपरागत तथा गैर परंपरागत सुरक्षा चुनौतियों का निपटारा करने की सही दिशा है और शून्य जमा खेल को तोड़ने , एकतरफा आधिपत्य की रोकथाम करने और स्थाई शांति व समान सुरक्षा स्थापित करने का अनिवार्य रास्ता है ।