उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 72 घंटे की पाबंदी हटने के बाद आज बयान दिया है। योगी ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर हनुमान जयंती की बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि हनुमान जी में मेरी अटूट आस्था है और संकटमोचन में इस आस्था के बीच कोई नहीं आ सकता है, उनका दृढ़ संकल्पित, समर्पित जीवन मेरे लिए एक प्रेरणास्रोत है।
बता दें कि सांप्रदायिक बयान देने के कारण चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे का बैन लगाया था, जो आज सुबह 6 बजे खत्म हो गया। चुनाव आयोग के बैन के कारण वह किसी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकते थे, ना ही कोई राजनीतिक ट्वीट कर सकते थे।ऐसे में योगी आदित्यनाथ ने 15 अप्रैल को बैन लगने के तुरंत बाद 16 अप्रैल को लखनऊ के हनुमान मंदिर में हनुमान आरती की। इसके बाद वह अयोध्या गए और हनुमान गढ़ी में दर्शन किए।
इसके अलावा अयोध्या में योगी ने एक दलित के घर खाना भी खाया, उनके परिवार से बात की। जो चर्चा का विषय बना रहा। अयोध्या के बाद योगी सीधे वाराणसी में जाकर रुके, जहां उन्होंने संकटमोचन मंदिर में माथा टेका और पूजा-अर्चना की। मंदिर में पूजा के बाद योगी ने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात भी की। इस बीच बसपा प्रमुख मायावती ने योगी के इन कार्यक्रमों को लेकर विरोध भी जताया था।
मायावती ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा था, "चुनाव आयोग की पाबंदी का खुला उल्लंघन करके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर-शहर और मंदिरों में जाकर एवं दलित के घर बाहर का खाना खाने आदि का ड्रामा करके तथा उसे मीडिया में प्रचारित-प्रसारित करवाकर चुनावी लाभ लेने का गलत प्रयास लगातार कर रहे हैं, लेकिन आयोग उनके प्रति मेहरबान है, क्यों?"
क्यों लगा था बैन ?
दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने अपने एक ट्वीट में केरल की मुस्लिम लीग पार्टी को वायरस बताया था। साथ ही उनके हरे झंडे पर टिप्पणी की भी थी। इसके अलावा उन्होंने भारतीय सेना को 'मोदी जी की सेना' कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने उनके प्रचार करने पर रोक लगाई थी।
आज चार जनसभाओं को संबोधित करेंगे योगी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ आज संभल, फिरोजाबाद, इटावा और हरदोई में जनसभाएं करेंगे। इन जगहों पर तीसरे चरण में मतदान होना है।