बिहार सरकार ने छह जिलों में केंद्रीय विद्यालय का प्रस्ताव केंद्र को नहीं भेजा : उपेंद्र कुशवाहा - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

बिहार सरकार ने छह जिलों में केंद्रीय विद्यालय का प्रस्ताव केंद्र को नहीं भेजा : उपेंद्र कुशवाहा

उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा, सुशील मोदी जी, एनटीपीसी नवीनगर में केंद्रीय विद्यालय खोलवाया। नवादा और देवकुंड में स्वीकृति दिलवाई, आपने रोका।

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने नवादा और औरंगाबाद में केंद्रीय विद्यालय (केवी) खोलने के उद्देश्य से नीतीश सरकार से जमीन देने की मांग के लिए किए गए उनके आमरण अनशन को लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के कटाक्ष पर पलटवार करते हुए आज कहा कि उनके केंद्रीय मंत्री रहते छह जिलों में केवी शुरू करने का प्रस्ताव मांगा गया था लेकिन राज्य सरकार ने नहीं भेजा। 
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा, “सुशील मोदी जी, एनटीपीसी नवीनगर में केंद्रीय विद्यालय खोलवाया। नवादा और देवकुंड में स्वीकृति दिलवाई, आपने रोका। कैमूर, अरवल, शेखपुरा, मधुबनी, मधेपुरा और सुपौल के लिए मंत्रालय की योजना में शामिल कर प्रस्ताव मांगा, आप ने भेजा नहीं। डेहरी/अकोढ़गोला का प्रस्ताव भी आपने रोका।” 
1575262442 kushwaha tweet
कुशवाहा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “अभी इलाज के लिए मैं दिल्ली जा रहा हूं। दूसरे सप्ताह में लौटकर आपके आवास पर प्रमाण के साथ आऊंगा। गेट मत बन्द करवाइएगा, प्लीज।” 
1575262465 kushwaha tweet1
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कुशवाहा के आमरण अनशन पर कटाक्ष करते हुए कल कहा था कि पांच साल केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद वे बिहार में एक भी केंद्रीय विद्यालय नहीं खोलवा सके। मंत्री रहते काम करने के बजाय शिक्षा पर धरना-प्रदर्शन की जो तमाशा-राजनीति उन्होंने शुरू की, उसे ‘आमरण अनशन’ के क्लाइमेक्स पर पहुंचाया। 

राजद का एक गुट नीतीश का नेतृत्व स्वीकारने को लालायित : सुशील कुमार मोदी

भाजपा नेता ने कहा था कि अनशन तोड़ने के लिए उन साथियों के आश्वासन पर भरोसा कर लिया, जो 15 साल में बिहार को केंद्रीय विद्यालय नहीं, केवल चरवाहा विद्यालय दे पाए। उन्होंने कहा कि शब्दों की समझ यह कि वे अपने अनिश्चितकालीन अनशन को ‘आमरण अनशन’ बताते रहे। 
गौरतलब है कि केंद्रीय विद्यालय के लिए बिहार सरकार से जमीन देने की मांग को लेकर पिछले चार दिनों तक आमरण अनशन पर रहे कुशवाहा का अनशन शनिवार को राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने जूस पिलाकर समाप्त कराया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four × 1 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।