बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या को लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर तथा नेताओं के गमगीन परिवार से मिलकर सांत्वना देने का सिलसिला जारी है। इस घटना को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार ‘क्राइम कैपिटल ऑफ द कंट्री’ होता जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी की बौखलाहट बहुत हास्यास्पद थी
उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। कल मुख्यमंत्री जी की बौखलाहट बहुत हास्यास्पद थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जो बिहार के चोर दरवाजे से बने हैं वे मजबूर, बेबस, लाचार, कमजोर और थका हुआ लग रहे थे। तेजस्वी ने कहा कि सवाल है कि अपराध क्यों बढ़ा, कब रूकेगा और प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। इसे लेकर सीएम पत्रकारों को ही धमका रहे हैं कि पुलिस का मनोबल मत गिराइये। बिहार में जो लगातार सत्ता में हैं वे अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। मुजफ्फरपुर कांड सहित इसके अनेक उदाहरण हैं।
अपराध को एक महीने के भीतर नियंत्रण में नहीं लाया जाता है, तो महागठबंधन दिल्ली का दौरा करेंगे
उन्होंने कहा कि जब रूपेश सिंह (इंडिगो प्रबंधक) की हत्या कर दी गई, तो सीएम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की कि दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। वह किससे अपील कर रहे हैं? वह लगातार 16 वर्षों तक सीएम रहे हैं और उनके पोर्टफोलियो में होम डिपार्टमेंट भी है। फिर वह किससे अपील कर रहा है? विपक्ष से? राजद नेता ने कहा कि यदि राज्य में अपराध को एक महीने के भीतर नियंत्रण में नहीं लाया जाता है, तो महागठबंधन के सभी विधायक दिल्ली का दौरा करेंगे और राष्ट्रपति से राज्य सरकार के बारे में शिकायत करेंगे, हम उन्हें जमीनी हकीकत भी बताएंगे।
बता दें कि नीतीश कुमार शुक्रवार को पत्रकारों द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गए प्रश्न पर पत्रकारों पर ही भड़क गए। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि बिहार अपराध के मामले में देश में 23वें नंबर पर है। जो अपराध करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से पकड़ा जाता है।
इस क्रम में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को ही नसीहत देते हुए कहा कि पहले क्या होता था, उसे भी याद कर लीजिए। उन्होंने राजद को निशाने पर लेते हुए कहा कि वर्ष 2005 के पहले पति-पत्नी के राज में काफी हिंसा और अपराध होते थे, उस पर भी ध्यान दे दीजिए।