बिहार की राजनीति में फिर एक बार शुरू हुआ पोस्टर वॉर लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह वॉर 2 पार्टियों के बीच नहीं भाइयों के बीच में हो रही है। दरअसल, लालू प्रसाद यादव के परिवार में एक बार फिर से शीत युद्ध के हालात बन रहे हैं। इस बात की पुष्टि उस वक्त हुई जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की तरफ से पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाए गए। हैरानी की बात यह है कि इस पोस्टर में तेजप्रताप के साथ तेजस्वी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
तेजप्रताप यादव के इस पोस्टर में लालू यादव और राबड़ी देवी की तस्वीरे नजर आ रही है लेकिन इस पोस्टर से तेजस्वी यादव गायब हैं। ये पोस्टर्स सड़कों पर ही नहीं बल्कि पटना में पार्टी दफ्तर में भी लगाए गए हैं। बता दें कि आज तेजप्रताप ने राजद की छात्र इकाई की बैठक बुलाई है। इसमें संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों को मौजूद रहने का आदेश जारी किया गया है। इस मौके पर तेजप्रताप के समर्थकों ने पटना में कई जगहों पर पोस्टर लगाए हैं।
इन पोस्टरों में तेजस्वी यादव को जगह नहीं दी गई है। यहां तक की छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव तक की तस्वीर इस पोस्टर में जगह बनाने में कामयाब रही है। बता दें कि 11 जून को पार्टी के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर लगाए गए पोस्टर्स से तेजप्रताप की तस्वीर गायब थी। इन सब घटनाओं को देख कर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये पोस्टर एक तरह से राजनीतिक बदला है। जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव के पोस्टर में जगह ना मिलने पर तेजप्रताप यादव काफी नाराज थे। मंच पर भी उनकी ये नाराजगी साफ दिखी थी।