वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजारों के उतार – चढ़ाव और घटनाक्रमों पर बाजार नियामक, वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक लगातार नजर रखे हुये है। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार और दूसरी वित्तीय बाजारों की स्थिति की दिन में तीन बार समीक्षा की जाती है।
सीतारमण ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित रखने के लिए किये गये लॉकडाउन से हो रही परेशानियों से निपटने के लिए सरकार एक आर्थिक राहत पैकेज देने पर विचार कर रही है। इसके बारे में जल्द घोषणा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस के फैलने के बाद से शेयर बाजार में लगातार गिरावट का रुख बना हुआ है। पिछले एक माह में सेंसेक्स 15,000 अंक से ज्यादा गिर चुका है।
इसी समय डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है और अगले कुछ दिन में इसके 77 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचने की आशंका है। दिन में कारोबार के दौरान मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 76.02 पर आ गया जो 24 फरवरी को 71.94 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर था।
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विशेषज्ञों की माने तो विदेशी निवेशकों के बाजार से पूंजी निकालने की वजह से रुपये पर दबाव है। सीतारमण ने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक सहित दूसरे नियामकों की बाजार की स्थिति पर लगातार नजर है। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने बाजार की स्थिति को देखते हुये कुछ दिशानिर्देश भी जारी किये हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम शेयर बाजार के उतार – चढ़ाव और घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए हैं। सेबी ने इस संबंध में कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं। साथ ही लघु अवधि के लेन देन से आ रही अस्थिरता की निगरानी करने के लिए अपनी स्थिति भी स्पष्ट की है ताकि शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल न हो।
इसलिए हम हालात की लगातार निगरानी कर रहे हैं और दिन में तीन बार इसकी समीक्षा की जा रही है।’’ यह बात उन्होंने यहां कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की घोषणा के दौरान कही। उन्होंने कहा, ‘‘ भारतीय रिजर्व बैंक के साथ नियमित परामर्श किया जा रहा है। हम अन्य नियामकों से भी बातचीत कर रहे हैं।
इसलिए बाजारों पर भी करीबी नजर रखी जा रही है। इसलिए मैं आपको इस बात का आश्वासन दे सकती हूं कि सभी नियामक और रिजर्व बैंक बेहतर तालमेल के साथ काम कर रहे हैं। हमारी हर घटनाक्रम पर नजर है। ’’