राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर लगातार बरकरार है। दिल्ली में संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हर दिन कोरोना के मरीजों की संख्या में उछाल सामने आ रहा है वहीं इस वायरस से अनेक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 261 तक पहुंच गई है। बढ़ती चिंता से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने 50 या उससे अधिक बिस्तरों वाले सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम को निर्देश दिया है कि वे अपनी कुल क्षमता के 20 प्रतिशत बिस्तर कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए सुरक्षित रखें।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार को कोविड-19 मरीजों के लिए सुरक्षित बिस्तरों की संख्या बढ़ाना महत्वपूर्ण लगा।’’
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए, 50 या उससे अधिक बिस्तरों वाले सभी 117 निजी अस्पतालों/नर्सिंग होम को अपने कुल बिस्तरों में से 20 प्रतिशत को कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित रखना होगा।’’
The Delhi govt felt an imperative need to increase the no. of beds, dedicated to COVID19 patients. Hence, all 117 pvt hospitals/nursing homes with a capacity of 50 beds or more, have been directed to reserve 20% of their total bed strength for COVID19 patients. pic.twitter.com/dxpPOdwHit
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) May 24, 2020
बता दें, रविवार को संक्रमण के 508 नए मामले सामने आने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13,418 हो गई है। रविवार को जारी बुलेटिन में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अब तक कुल 6,540 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं जबकि 6,617 संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं। शनिवार तक संक्रमितों की संख्या 12,910 थी और 231 लोगों की मौत हुई थी।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले में महानगर चौथे स्थान पर है। दिल्ली में कोरोना के लिए बनाए गए विशेष कोविड अस्पतालों में 1886 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से 184 आईसीयू और 27 वेंटिलेटर पर हैं। सबसे अधिक 549 संक्रमित लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में भर्ती हैं जिसमें 29 आईसीयू में और एक वेंटिलेटर पर है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) दिल्ली और झज्जर में कुल 407 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। इनमें 15 आईसीयू में और आठ वेंटिलेटर पर हैं।