पौड़ी : राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने को राजकीय बालिका इंटर कालेज पौड़ी में टीचरों की जमकर क्लास ली। उन्होंने कहा कि स्कूल की अध्यापिकाएं सख्त हैं या फिर बच्चों पर ध्यान नहीं दे रही हैं। यही वजह है कि बच्चे भी उन्हें सम्मान नहीं दे रहे हैं। स्कूल में प्रार्थना सभा के बाद हर रोज बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाए। राज्यपाल ने सुबह जीजीआईसी पहुंचकर छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे छात्राओं से सीधे बात करेंगी। छात्राएं एक मिनट के भीतर अपनी बात रखें।
स्कूल की छात्रा दीक्षा चमोली ने राज्यपाल को बताया कि बच्चे शिक्षकों का सम्मान नहीं करते। स्कूल में इंटरमीडिएट तक नैतिक शिक्षा विषय होना चाहिए। इस पर राज्यपाल ने कहा कि यह गंभीर विषय है। जब हम छात्रों को संस्कार नहीं दे पा रहे हैं तो क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि स्कूल की शिक्षिकाएं सख्त हैं या फिर छात्राओं पर ध्यान नहीं दे पा रही हैं। यही वजह है कि बच्चियां भी उन्हें सम्मान नहीं दे रही हैं। कार्यक्रम में डीआईजी गढ़वाल अजय रौतेला, मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह, एडीओ राज्यपाल असीम श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर एसएस राणा, मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत, प्रधानाचार्य जीजीआईसी विनीता शाह व प्रधानाचार्य जीआईसी बीसी बहुगुणा आदि मौजूद रहे।
बाद में राज्यपाल टिहरी दौरे पर पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने जिला चिकित्सालय बौराड़ी में टेलीमेडिसिन सेवा की जानकारी हासिल की। उसके बाद उन्होंने जीजीआईसी बौराड़ी में स्थानीय उत्पादों के स्टाल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं अपना लक्ष्य तय कर सफलता प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से चलाई जा रही योजनाओं से महिलाएं कितनी सशक्त हो रही हैं इसका निरीक्षण करना ही भ्रमण का लक्ष्य है।