किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच मंगलवार को विज्ञान भवन में 3 घंटे चली बातचीत बेनतीजा रही। और कृषि कानून के खिलाफ किसानों का सातवें दिन प्रदर्शन जारी है। हालांकि कल यानी 3 दिसंबर को फिर से सरकार और किसान संगठनों के बीच बात होनी है। किसानों ने अल्टीमेट दिया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका यह आंदोलन चलेगा।
आंदोलन को जारी रखने के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों के किसान दिल्ली कूच की तैयारी में है। इसको देखते हुए दिल्ली के बॉर्डर बंद कर दिए गए है। बॉर्डर बंद होने आम लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली यातायात पुलिस ने बुधवार का ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है।
कृषि कानून : किसानों का सातवें दिन प्रदर्शन जारी, चिल्ला बॉर्डर पर पहुंचे सैकड़ों किसान
गौतम बुद्ध द्वार के पास किसानों के विरोध के कारण नोएडा-लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद किया गया है। लोगों को नोएडा जाने के लिए नोएडा-लिंक रोड से बचने और नोएडा के बजाय एनएच-24 और DND का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
किसानों के आंदोलन के कारण टिकरी, झारोदा, झटीकरा बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। बदुसराय बॉर्डर को सिर्फ टू-व्हीलर गाड़ियों के लिए खोला गया है। दिल्ली से हरियाणा में धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और दुंदाहेरा बॉर्डर से जाया जा सकता है।
कृषि कानून के विरोध में जारी आंदोलन में भाग लेने के लिए भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में मंगलवार शाम को सैकड़ों की संख्या में किसान चिल्ला बॉर्डर पर पहुंचे जहां दिल्ली पुलिस ने अवरोधक लगाकर उन्हें रोक दिया। किसान मुख्य मार्ग पर ही धरने पर बैठ गए।