देश में मॉब लिंचिंग और जय श्री राम के नारे को लेकर हो रही हत्याओं पर 49 हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा था। खत में हस्तियों ने इन घटनाओं पर रोक के साथ कड़ा कानून बनाने की मांग की थी। इस मामले में अब 61 हस्तियों ने ‘चयनात्मक आक्रोश और झूठी कथाओं’ के खिलाफ एक खुला पत्र लिखा है।
इन्होने पत्र में पीएम मोदी को खत लिखने वालों पर ‘चुनिंदा घटनाओं पर गुस्सा जताने, झूठे किस्से सुनाने और साफतौर पर राजनैतिक पक्षपात’ का आरोप लगाया है।
इन 61 हस्तियों में अभिनेत्री कंगना रनौत, गीतकार प्रसून जोशी, शास्त्रीय नर्तक और सांसद सोनल मानसिंह और फिल्मनिर्माता मधुर भंडारकर शामिल है। इन 61 हस्तियों ने 49 लोगों पर लोकतंत्र को बदनाम करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, फिल्म जगत और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मॉब लिंचिंग को लेकर खत लिखा था। खत में मुसलमानों, दलितों और दूसरे अल्पसंख्यकों की लिंचिंग पर रोक लगाने और सख्त सज़ा की मांग की गई थी। खत लिखकर सभी ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सवाल खड़े किए।
पीएम मोदी को लिखे खत में मणिरत्नम, अदूर गोपालकृष्णन, रामचंद्र गुहा, अनुराग कश्यप जैसी हस्तियों के हस्ताक्षर हैं। खत में लिखा गया है, की जिस तरह से हाल के दिनों में धार्मिक आधार पर ऐसी घटनाएं बढ़ी है उस पर क्या किया गया? पत्र में कहा गया है कि भगवान राम का नाम लेकर देश के अलग अलग हिस्सों मे रहने वाले एक समुदाय विशेष के लोगो को डराया जा रहा है।