कांग्रेस ने देश में छह हवाईअड्डों के निजीकरण की जांच की मांग करते हुए राज्यसभा में मंगलवार को आरोप लगाया कि ऐसा नियम व कानूनों की धज्जियां उड़ाकर किया जा रहा है। वहीं भाजपा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मोदी शासनकाल में पूर्ण पारदर्शिता बरती जा रही है।
वायुयान (संशोधन) विधेयक, 2020 पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार हवाईअड्डों के विकास करने के नाम पर उनका निजीकरण करके ‘भाई-भतीजावाद वाले पूंजीवाद’ को प्रोत्साहित कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, “भारतीय हवाई अड्डों पर एकाधिकार कायम करने का प्रयास किया जा रहा है। भविष्य में, सभी भारतीय हवाईअड्डों पर केवल एक कंपनी का स्वामित्व होगा… आप इसे कैसे अनुमति दे सकते हैं … हवाई अड्डों को किसी एक निजी कंपनी को सौंपने के लिए नियमों और कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन हो रहा है। यह सार्वजनिक धन का स्पष्ट रूप से घोटाला है।”
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार एक निजी संस्था का पक्ष लेने के लिए मानदंडों और दिशानिर्देशों को दरकिनार कर रही है और अपने स्वयं के मंत्रालयों द्वारा दी गई सलाह को नजरअंदाज कर दिया है। उन्होंने कहा, “हम इस मामले में जांच की मांग करते हैं। यह भ्रष्टाचार का स्पष्ट मामला है।”
उन्होंने कहा कि तकनीकी, वित्तीय और कानूनी पहलुओं के बारे में आर्थिक मामलों के विभाग और नीति आयोग की सिफारिशों को सरकार ने नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा, “…अंतरराष्ट्रीय स्तर से भाई भतीजावाद वाले पूंजीवाद को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। देश में हवाई अड्डों के एकाधिकार के लिए सरकार लाल कालीन बिछा रही है।”
उन्होंने कहा कि अब तक अदानी समूह ने अहमदाबाद, लखनऊ, बेंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम जैसे छह हवाई अड्डों के संचालन और विकास के लिए बोलियां जीती हैं।
उनके आरोप को खारिज करते हुए भाजपा सदस्य जीवीएल नरसिंह राव ने दावा किया कि हवाई अड्डों के विकास में पूरी पारदर्शिता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग शासन के दौरान ‘क्रोनी’ पूंजीवाद को बढ़ावा दिया गया था। उन्होंने अपने तर्क के पक्ष में 2-जी और कोयला नीलामी जैसे मुद्दों का हवाला दिया जिसमें अदालतों को हस्तक्षेप करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में मोदी सरकार के तहत भारी बदलाव हुए हैं और पिछले पांच वर्षों में यात्री यातायात में दोगुना से अधिक वृद्धि हुई है। राव ने कहा कि प्रधानमंत्री का उद्देश्य केवल अभिजात्य वर्ग के बजाय समाज के सभी वर्गों के लिए हवाई यात्रा को सुरक्षित और सुलभ बनाना है।
भाजपा सदस्य ने सरकार के वंदे भारत मिशन की सराहना की जिसके तहत कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान दुनिया भर से 12.4 लाख भारतीयों को निकाला गया और एयर इंडिया ने “सबसे बड़े निकासी अभियान’’ में करीब 2500 उड़ानें भरीं।