लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कहा कि लद्दाख में चीनी सेना ने उन तर्कों को साबित कर दिया कि एलएसी के भारतीय हिस्से में घुसपैठ हुई। उन्होंने जोर दिया कि सीमा पर यथास्थिति बहाल होने तक ‘‘हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।’’
Unlike Indian army, Chinese forces are not accustomed to withstand harsh & inhospitable glacial weather of Himalayan mountain which may trigger to an extent of retreat of Chinese army, that too again vindicates our arguments that huge intrusions occurred into our territory
(1/2)
— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) July 7, 2020
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने इससे पहले कहा था कि मोदी सरकार को स्पष्ट बताना चाहिए कि क्या चीनी सेनाओं ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की । चौधरी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय सेना की तरह चीनी सेना हिमालय पर्वत के दुर्गम, कठिन हालात और गलन भरे मौसम की आदी नहीं है। शायद इसी वजह से चीनी सेना पीछे हट गयी। इससे हमारे तर्क की फिर से पुष्टि हुई है कि हमारे क्षेत्र में भारी घुसपैठ हुई। ’’
उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘चूंकि उनके पास और कोई चारा नहीं है इसलिए वे कब्जे वाले दूसरे रणनीतिक क्षेत्र से भी पीछे जाना चाहेंगे। यथास्थिति बहाल होने तक हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।’’ पहली बार तनाव कम होने का संकेत तब मिला जब चीनी सेना सोमवार को पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले कुछ स्थानों से पीछे हटने लगी। सरकारी सूत्रों ने बताया था कि इससे एक दिन पहले एनएसए अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘जल्द’ पीछे हटने को लेकर सहमति बनी थी ।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि चीनी विशेष प्रतिनिधि एवं विदेश मंत्री वांग ने भारतीय विशेष प्रतिनिधि और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल से फोन पर बात की। पिछले दिनों गलवान घाटी में हिंसक टकराव में भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। चीनी सेना को भी नुकसान हुआ लेकिन उसने हताहतों के बारे में कुछ नहीं बताया।