कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने शनिवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूरों की मालगाड़ी से कट कर मरने की घटना पर मगरमच्छ के आंसू बहा रही है।उन्होंने केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों पर कांग्रेस की चेतावनी को अनदेखा करने का आरोप भी लगाया।
अब, सरकारें उन प्रवासी मजदूरों के लिए मगरमच्छ के आँसू बहा रही हैं, जो एक ट्रेन से मारे गए थे। सरकारों को छोड़कर, सबको राजमार्गों और रेलवे पटरियों पर त्रासदी हर दिन दिखाई देती है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 9, 2020
चिदम्बरम ने ट्वीट कर कहा कि “कांग्रेस ने पहले ही लॉकडाउन के दौरान रोजगार, पैसे और अनाज के संकट का सामना कर रहे प्रवासी मजदूरों का मुद्दा उठाया था। कांग्रेस ने गरीब परिवारों को नकद और अनाज दिये जाने की मांग भी रखी थी, जिसका फायदा प्रवासी मजदूरों को भी मिलता। सरकारों ने हमारी अपील पर ध्यान नहीं दिया। कांग्रेस ने ही पहले-पहल मांग की थी कि अपने गृहराज्यों को लौटने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों के लिए इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। केंद्र सरकार ने 38 दिनों तक अपने पैर खींच कर रखे।”
उन्होंने कहा कि “ कांग्रेस ने पहले ही इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया था कि हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल सफर कर अपने घरों को लौट रहे हैं। हमारी चेतावनी को नजरअंदाज किया गया। अब सरकारें प्रवासी मजदूरों की मालगाड़ी से कट कर मरने की घटना पर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। ऐसे हादसे हमारे राजमार्गों और रेलवे ट्रेक पर सभी को रोज दिखाई देते हैं , सिवाय सरकारों के।” उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में शुक्रवार सुबह मालगाड़ी से कटकर 16 मजदूरों की मौत हो गयी थी।