कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर देशभर में लॉकडाउन जारी है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइन्स के अनुसार तालाबंदी के चौथे चरण में भी बाजार पूरीतरह नहीं खुल पाए है और पूरे देश में 24 मार्च से मॉल्स बंद है। लॉक डाउन के चौथे चरण में कई रियायतें दी गयी पर मॉल्स को खोलने के लिए अब भी सरकार के आदेश का इंतजार है। लॉकडाउन 4.0 आने वाले 31 मई को खत्म हो रहा है और व्यापारी वर्ग को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मॉल्स के लिए राहत भरी खबर सामने आ सकती है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देश पर गौर करने के बाद मॉल में दुकानें खोले जाने के बारे में निर्णय जल्द लिया जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ व्यापार संगठनों के प्रतिनिधियों की वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये बृहस्पतिवार को हुई बैठक में खुदरा कारोबारी के मुद्दों पर चर्चा की गयी।
दिशानिर्देशों में छूट के बाद भी खुदरा कारोबारियों को हो रही कठिनाइयों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जरूरी और गैर-जरूरी वस्तुओं का अंतर किये बिना ज्यादातर दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गयी है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों पर विचार करने के बाद मॉल के अंदर अन्य दुकानों को खोलने के बारे में जल्दी निर्णय किया जाएगा।’’
मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस संकट से पार पाने के लिये आत्मनिर्भर पैकेज में सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों के लिये 3 लाख करोड़ रुपये की कर्ज गारंटी की घोषणा की है। इसमें व्यापारी भी शामिल हैं। गोयल ने व्यापारियों से कहा कि उन्हें ई-वाणिज्य कंपनियों से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आम लोगों को यह समझ आ गया है कि पड़ोस की खुदरा दुकानों से ही संकट के समय उन्हें मदद मिली है।
उन्होंने कहा कि सरकार खुदरा कारोबारियों के लिये कंपनियों के बीच (बी2बी)व्यापार को सुगम बनाने के लिये व्यवस्था पर काम कर रही है और उनका दायरा बढ़ाने के लिये तकनीकी मदद उपलब्ध करा रही है। व्यापारियों के निश्चित अवधि के कर्ज (टर्म लोन) और मुद्रा कर्ज से जुड़ी समस्या के बारे में मंत्री ने कहा कि मामले का समाधान निकालने के लिये उसे वित्त मंत्रालय के समक्ष उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘कई संकेत हैं जो बताते हैं कि आर्थिक पुनरूद्धार होने वाला है। इस महीने बिजली की खपत पिछले साल के इसी माह की तुलना में लगभग बराबर है। अप्रैल में निर्यात में 60 प्रतिशत की गिरावट आयी थी, उसमें अब बढ़ोतरी हो रही है और शुरूआती आंकड़ों से पता चलता है कि इस महीने गिरावट कम होगी।’’