भारत-चीन के बीच मौजूद तनाव को लेकर हो रही कोशिशों का असर दिखना शुरू हो गया है। चीनी सेना गलवान घाटी से 1-2 किलोमीटर पीछे हटी गई है। इस बीच जानकारी सामने आई है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से रविवार को फोन कॉल पर बात की थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग ने सीमावर्ती क्षेत्रों में हालिया घटनाक्रमों पर खुलकर बात की और व्यापक तौर पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि द्विपक्षीय संबंधों में विकास के लिए शांति और स्थिरता की बहाली आवश्यक है।
सेना के पीछे हटने पर बोला चीन- दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए उठाया गया कदम
डोभाल और वांग इस बात पर भी सहमति जताई कि शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा से सैनिकों का पूरी तरह पीछे हटना सुनिश्चित करना आवश्यक है। इस वार्ता पर विदेश मंत्रालय ने कहा, दोनों पक्षों को भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में तनाव कम करने के लिए चरणबद्ध तरीके से कदम उठाना सुनिश्चित करना चाहिए।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसा वाली जगह से चीनी सेना 2 किलोमीटर पीछे हट गई है। डिसइंगेजमेंट के तहत चीनी सेना ने अपने टेंट, वाहनों और सैनिकों को पीछे हटा लिया है। इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं इसी के मद्देनजर सैनिकों को वापस हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई है।