पत्रकारों के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संगठन नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) ने सरकार से 60 वर्ष से अधिक आयु वाले पत्रकारों के वित्तीय एवं सामाजिक सुरक्षा के उपाय तथा कामकाजी पत्रकारों को असामाजिक तत्वों के हिंसक हमलों से सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन स्थापित करने सहित विभिन्न मांगें रखीं हैं।
एनयूजेआई के महासचिव मनोज वर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने संसद भवन परिसर में सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मिल कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। तीन पेज के इस ज्ञापन में अखबारों एवं समाचार एजेंसियों में मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों को प्रभावी ढंग से लागू कराने, सेवानिवृत्त पत्रकारों को पेंशन एवं स्वास्थ्य सुविधा दिये जाने, पत्रकारों को हिंसक हमलों से बचाव के लिए डाक्टरों एवं डाक विभाग के कर्मचारियों के समान कानूनी सुरक्षा प्रदान किए जाने तथा पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन स्थापित करने आदि की मांगें की गईं हैं।
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सूचना प्रसारण मंत्री को मीडिया में हो रही छंटनी, बेरोजगारी, पेंशन तथा स्वास्थ्य जैसी समस्याओं की जानकारी दी गई उन्होंने आश्वासन दिया की एनयूजेआई द्वारा उठायी गयी सभी समस्याओं के निदान की दिशा में मंत्रालय गंभीरता से काम करेगा।
इस मौके पर वर्मा ने एनयूजेआई एवं प्रभात प्रकाशन द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित पत्रिका ब्लीडिंग बंगाल की प्रति भी सौंपी। इस मौके पर एनयूजेआई के कोषाध्यक्ष राकेश आर्य, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रमोद मुजुमदार, दिल्ली जर्नलिस्टस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राकेश शुक्ला, उपाध्यक्ष अनुराग पुनेठा और सचिव सचिन बुधौलिया शामिल थे।